कर्नाटक में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच दक्षिण में अंतिम किला बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस के नेता जुट गए हैं। सोमवार को राज्य की कुमारस्वामी सरकार को: विश्वास मत हासिल करना है। लिहाजा आज से ही दोनों दलों के नेताओं ने सरकार को बचाने की तैयारी शूरू कर दी है। 

कर्नाटक में सियासी घमासान जारी है और इसका पटाक्षेप सोमवार को होने की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि सोमवार को ही राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को सदन में विश्वासमत हासिल करना है। हालांकि उन्होंने 19 जुलाई को सदन में विश्वासमत का प्रस्ताव लाने की बात कही थी।

लेकिन विधायकों की संख्या न होने के काऱण वोटिंग नहीं करायी जा सकी और सदन को रविवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। आज सोमवार के लिए रणनीति बनाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के घर पर बैठक हो रही है। इस बैठक में कांग्रेस और जेडीएस के नेता शामिल हैं।

हालांकि सदन में एचडी कुमारस्वामी सरकार कैसे बहुमत जुटाएगी ये सबसे बड़ा सवाल है। क्योंकि अभी तक 15 विधायक और दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से अपनी समर्थन ले लिया है। लेकिन गठबंधन कोई भी मौका नही छोड़ना चाहता है।

ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस और जेडीएस के कुछ प्रबंधक मुंबई में डेरा डाले बैठे हुए हैं और बागी विधायकों को मनाने की आखिरी कवायद में जुटे हैं। लेकिन अभी तक इस मामले में उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है। क्योंकि बागी विधायक किसी से नहीं मिल रहे हैं।

उधर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री येदुयुरप्पा ने दावा किया कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास 98 विधायकों का ही समर्थन है और भाजपा के पास विधायकों की संख्या 106 है। फिलहाल अभी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और मंत्री डीके शिवकुमार बैठक कर रहे हैं।

वहीं गठबंधन सरकार अपनी रणनीति के तहत विश्वास मत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया के घर पर आज शाम बैठक होगी। हालांकि  नए घटनाक्रम में एचडी देवेगौड़ा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामलिंगा रेड्डी की मुलाकात हुई है। इसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि गठबंधन सरकार बागी विधायकों को वापस बुलाने की कवायद कर रही है। गौरतलब है कि पहले बागी रूख अपनाए रेड्डी ने हाल ही में अपना इस्तीफा वापस ले लिया था।