कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के इस्तीफे के संकट को दरकिनार कर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने राज्य के संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए बालासाहेब थोराट को प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है जबकि अशोक चव्हाण की दावेदारी को कोई तवज्जो नहीं दी है। इसके साथ ही पार्टी ने राज्य में कई कमेटियों का गठन किया है।

कांग्रेस आजकल अपने मुश्किल दौर से गुजर रही है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना इस्तीफा दे दिया है, हालांकि इसे अभी मंजूर नहीं किया गया है। वहीं कर्नाटक में गठबंधन की सरकार पर संकट के बाद छाए हुए हैं तो गोवा में दस विधायकों ने पार्टी को छोड़ दिया है। इसके साथ ही कई राज्यों में नेताओं के बीच मतभेद देखने को मिल रहे हैं।

इस तरह की कई समस्याओं को किनारे रखते हुए अब पार्टी ने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। ये तो तय है कि राज्य में कांग्रेस और एनसीपी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। आज पार्टी ने राज्य में नए अध्यक्ष के पद पर बालासाहेब थोराट को नियुक्त किया है। इसके साथ ही थोराट को चुनाव समिति का भी अध्यक्ष बनाया है।

वहीं राज्य में चुनाव प्रचार कमेटी की जिम्मेदारी नाना पटोले को दी गई है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चाह्वण को मेनिफेस्टो कमेटी और सुशील कुमार शिंदे को समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है। कांग्रेस ने दिल्ली के फार्मूले को लागू करते हुए राज्य में पांच कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं।

कांग्रेस ने नितिन राउत, बसवराज पाटिल, विश्वजीत कदम, यशोमति चंद्रकांत ठाकुर और मुजफ्फर हुसैन को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। फिलहाल राज्य में चुनावों की जिम्मेदारी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल देख रहे हैं।

गौरतलब है कि दो महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की 48 लोकसभा सीटों में कांग्रेस को महज एक सीट जबकि उसकी सहयोगी एनसीपी को चार सीटें मिली थी। लेकिन पार्टी एक बार फिर ताकत और जोश के साथ चुनाव मैदान में उतरना चाहती है। यही नहीं राज्य में पार्टी नए दलों से गठबंधन भी करेगी। ताकि बीजेपी के खिलाफ एकजुट कर गठबंधन बनाकर लड़ा जा सके।