असल में राज्य में कांग्रेस की सरकार को गिराने में सिंधिया की अहम भूमिका रही और सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। जिसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई। फिलहाल कांग्रेस सिंधिया के खिलाफ मोर्चा जारी रखना चाहती है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस पूरी तरह से भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरना चाहती है। कांग्रेस सिंधिया को केन्द्र में रखकर भाजपा पर हमला करना चाहती है। इसके लिए राज्य में कांग्रेस ने पोस्टर वार शुरू कर दिया है। कांग्रेस की तरफ से सिंधिया के गढ़ और राज्य में पोस्टर लगाए गए हैं। जिसमें सिंधिया को गायब बताया गया है।
कांग्रेस की तरफ से ग्वालियर में पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को गायब बताया गया है। ये पोस्टर कांग्रेस के नेता सिद्धार्थ सिंह नवात के समर्थकों द्वारा लगाए गए हैं। फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया न तो सांसद है और न ही विधायक। लेकिन इसके बावजूद वह सिंधिया पर हमला करने से नहीं चूक रही है। उसके बावजूद कांग्रेस ने सिंधिया के गायब होने के पोस्टरों को लगाया है। असल में राज्य में कांग्रेस की सरकार को गिराने में सिंधिया की अहम भूमिका रही और सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया।
जिसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार गिर गई। फिलहाल कांग्रेस सिंधिया के खिलाफ मोर्चा जारी रखना चाहती है। क्योंकि जो उपचुनाव होने हैं वह सिंधिया के गढ़ में ही होने जा रहे हैं। पिछले दिनों ही कांग्रेस ने इन जिलों में अपनी टीम को मजबूत करने की कोशिश की थी और नए जिला अध्यक्षों को पदों पर नियुक्त किया गया था। कांग्रेस ने पोस्टरों में लिखा है कि तलाश कर ला वाले को 5100 नगद इनाम। जो कांग्रेस में सार्वजनिक सेवा नहीं कर सका, वह जो कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों की आवाज उठाने में नाकाम रहा। वर्तमान में गायब है।
जो कोई भी खोज कर लाएगा उसे 5,100 रुपये मिलेंगे। हालांकि ग्वालियर शहर में पोस्टर चस्पा करने के बाद सिंधिया समर्थकों ने इन पोस्टरों को फाड़ दिया। लेकिन इससे साफ गया है कि कांग्रेस सिंधिया के खिलाफ हमले जारी रखेगी। हालांकि कांग्रेस नेता सिद्धार्थ सिंह राजावत के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 505 (1) (सी) के तहत मामला दर्ज किया गया और उन्हें ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
Last Updated May 25, 2020, 8:34 AM IST