लोकसभा चुनाव के नतीजों से ठीक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। ताकि कल के बाद उभरने वाली राजनैतिक स्थितियों के लिए आगे की रणनीति बनाई जा सके। इस बैठक में ये तय होगा कि क्या विपक्षी दलों को पीएम का देकर बीजेपी को सत्ता में आने से रोक जा सकता है।

दो दिन पहले लोकसभा चुनावों के लिए आए एक्जिट पोल के बाद कांग्रेस के ज्यातदार नेता कुछ भी बोलने से इंकार रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि एक्जिट पोल के नतीजे गलत साबित होंगे। पिछले दिनों के दौरान कांग्रेस के ज्यादातर नेता इस बात पर लगे रहे कि अगर एक्जिट पोल के नतीजे गलत साबित होते हैं तो बीजेपी को सरकार बनाने से कैसे रोका जा सकता है।

लिहाजा कांग्रेस अध्यक्ष आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से भी मुलाकात की। राहुल की नायडू की ये दूसरी बैठक थी। नायडू क्षेत्रीय दलों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं और उनकी कोशिश है कि सभी विपक्षी दलों का गठबंधन बना जा सके। फिलहाल अभी कांग्रेस ये तय नहीं कर पायी है कि अगर कांग्रेस को बहुमत नहीं मिलता है तो क्या वह अन्य क्षेत्रीय दलों को पीएम के पद के लिए समर्थन देगी।

दो दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने साफ किया था कि अगर विपक्ष में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो पीएम के पद के लिए उसकी दावेदारी सबसे ज्यादा बनती है। लिहाजा आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। जिसमें कल के बाद उभरने वाली स्थिति के लिए आगे की रणनीति तैयार होगी। इस बैठक में राहुल गांधी के साथ ही सोनिया गांधी और उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल होगी। इस बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति के ज्यादातर नेताओं को बुलाया गया है।