चंडीगढ़। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डॉ नवजोत सिंह की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। उन्होंने खुलासा किया है कि अब वह कांग्रेस की सदस्य नहीं है। अब वह राजनीति नहीं करेंगी बल्कि समाजसेवा में सक्रिय रहेंगी। उन्होंने कहा कि वह अपने पत्नी के विधानसभा क्षेत्र में जनता की सेवा करेंगी।

 

असल में नवजोत कौर सिद्धू लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने से पार्टी से नाराज चल रही थी। पार्टी ने नवजोत को टिकट नहीं दिया था। वह अमृतसर और चंडीगढ़ से टिकट चाह रही थी। लेकिन पार्टी ने नवजोत कौर की दावेदारी को दरकिनार कर दिया था। हालांकि इसके लिए नवजोत कौर और नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया था। टिकट न मिलने का कारण ही सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच जमकर विवाद हुआ था और इसके बाद सिद्धू को कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा। लेकिन अब नवजोत कौर ने कांग्रेस छोड़कर पार्टी को बड़ा झटका दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। लेकिन राहुल गांधी के पार्टी के अध्यक्ष से इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने उन्हें तवज्जो नहीं दी।

फिलहाल नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से दूरी बनाकर रखी है जबकि उनकी पत्नी नवजोत कौर चार महीने के बाद मीडिया से मुखातिब हुईं है। नवजोत कौर ने बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने क्षेत्र के पार्षदों के साथ बैठक कर अपने क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अमरिंदर सिंह सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर अमरिंदर सिंह सरकार सिद्धू के क्षेत्र के विकास के लिए धनराशि नहीं देती है तो उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। नवजोत कौर ने कहा कि इमरान खान के साथ दोस्ती कारण ही नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए थे। वहां करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण पर अपने विचार रखे थे और इसके बाद इसके निर्माण में तेजी आई है।