नई दिल्ली। मध्य प्रदेश  में राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव  के लिए कांग्रेस बड़े खेल खेलने की तैयारी में है। कांग्रेस कभी कांग्रेस के बागी रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को झटका देने के लिए विभीषण की तलाश कर रही है। जिसके जरिए कांग्रेस सिंधिया की राज्यसभा की राह में रोड़े अटकाना  चाहती है और इसके जरिए वह भाजपा को झटका देना चाहती है। वहीं कांग्रेस सिंधिया के करीबी की तलाश में जो उनके बारे में कुछ ऐसी  जानकारी दे सके, जिससे सिंधिया की राह में मुश्किल आ सके।

राज्यसभा की तीन सीटों पर होने चुनाव में भाजपा आसानी से दो सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। जबकि कांग्रेस एक सीट पर जीत हासिल करेगी। वहीं कांग्रेस ने मैदान में दो प्रत्याशियों को उतारा है।  हालांकि संख्या बल के आधार पर कांग्रेस एक ही सीट जीत सकती। वहीं फिलहाल कांग्रेस भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया की राह में मुश्किलें पैदा करने की  तैयारी में है। कांग्रेस का दावा है कि सिंधिया ने नामांकन में जानकारी छुपाई है और इसके लिए कांग्रेस ने राज्य विधानसभा सचिवालय में शिकायत भी की है। राज्यसभा की  3 सीटों के लिए 19 जून को वोटिंग हैं और कांग्रेस सिंधिया के चुनाव में  पेंच फंसाने की रणनीति बना रही है।

कांग्रेस का दावा है कि सिंधिया ने अपने नामांकन में कई तथ्यों को छिपाया है।  हालांकि विधानसभा सचिवालय ने कांग्रेस के दावों को खारिज  कर दिया है और वहीं कांग्रेस अब कानूनी दांव-पेंच का सहारा लेने की तैयारी में है। कांग्रेस भाजपा के दोनों के हलफनामे को कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में है। कांग्रेस के नेता औरर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि पार्टी ने नामांकन में दी गई जानकारियों पर आपत्तियां दर्ज कराई थीं लेकिन उसने खारिज कर दिया है। लिहाजा पार्टी के पास अब कानूनी रास्ते बचे हैं। तन्खा ने कहा कि भाजपा के दूसरे प्रत्याशी सुमेर सिंह सोलंकी ने जब राज्यसभा के लिए फार्म भरा था वह सरकारी मुलाजिम थे।