भाजपा के बागी सांसद और कुछ दिन पहले ही पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस ने कीर्ति आजाद को दरभंगा की सीट से प्रत्याशी नहीं बनाया है। ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी है और अब यहां पर राजद का प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा।

कीर्ति आजाद मिथिलांचल बेल्ट की अहम माने जाने वाली दरभंगा की सीट को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त थे कि कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देगी। आजाद भाजपा नेता अरूण जेटली के विरोधी माने जाते हैं और उनका विरोध करते करते उन्होंने पिछले तीन साल से भाजपा का विरोध करना शुरू कर दिया। लिहाजा ये तो तय हो चुका था कि पार्टी उन्हें फिर से टिकट नहीं देगी। लिहाजा उन्होंने कांग्रेस का दामन थामने में भलाई समझी। हालांकि कीर्ति आजाद का परिवार पहले भी कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ था।

लिहाजा उन्होंने इसे अपनी घर वापसी बताया। आजाद को उम्मीद थी कि कांग्रेस पार्टी उन्हें दरभंगा सीट से टिकट देगी। लेकिन अब ये सीट राजद के खाते में चली गयी है। लिहाज अब ये तय हो गया है कि इस सीट पर अब राजद प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि राजद ने इस सीट से पार्टी के वरिष्ठ नेता और मुस्लिम चेहरा अब्दुल बारी सिद्धिकी को टिकट दिया है। गौरतलब है कि बिहार के मिथिलांचल बेल्ट की इस सबसे अहम सीट पर कांग्रेस की नजर थी। हालांकि कांग्रेस के भीतर इस बात को लेकर चर्चा है कि पार्टी कीर्ति आजाद को झारखंड की धनबाद सीट या फिर दिल्ली की किसी सीट से टिकट दे सकती है।

हालांकि कीर्ति आजाद ने पार्टी इसी शर्त पर ज्वाइन की थी कि उन्हें दरभंगा की सीट से टिकट दिया जाएगा। हालांकि अभी कई अन्य सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होनी है। बिहार में राजद और कांग्रेस के बीच 20 और 9 सीटों का बंटवारा हुआ है जबकि अन्य सीटें सहयोगी दलों की मिली हैं।