लखनऊ. सोनभद्र हत्याकांड पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए सोनभद्र पहुंची हैं। इसके चलते वहां धारा 144 लगा दी गई है। वहीं, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सामने आए और सफाई दी। हत्याकांड की वजह 1955 की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को बताया। कहा कि, तब राजस्व अधिकारियों ने ग्राम पंचायत की जमीन को आदर्श सोसाइटी के नाम दर्ज कर दिया था। जबकि, उस जमीन पर वनवासी समुदाय के लोग खेती बाड़ी करते थे। 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, इस जमीन को किसी व्यक्ति के नाम 1989 में कर दिया गया। उस दौरान भी कांग्रेस की ही सरकार थी। सीएम योगी ने कहा कि, पीड़ित पक्ष इस जमीन पर खेती करने के दौरान आरोपी प्रधान को कुछ पैसा भी दे रहा था। लेकिन इस मामले में प्रधान द्वारा वाद दायर करने के बाद पीड़ित परिवार ने पैसा देना बंद कर दिया था। उन्होंने बताया कि इस मामले मे कुल 29 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें एक आरोपी ग्राम प्रधान भी है। 

मुख्यमंत्री ने इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही स्वीकार की है। कहा कि, वाराणसी जोन एडीजी को जांची सौंपी गई है। दस दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। इस मामले में लापरवाही के चलते सीओ, एसडीएम, इंस्पेक्टर व बीट के दरोगा व सिपाही को सस्पेंड किया गया है। कहा कि जमीन पर विवाद था और शांति भंग की आशंका थी। फिर अधिकरियों ने लापरवाही की। जिलाधिकारी, क्षेत्रधिकारी समेत तीन लोगों पर जांच कमेटी ने कार्रवाई की संस्तुति की है।