नई दिल्ली। कांग्रेस ने एक बार फिर गांधी परिवार पर ही पार्टी नेतृत्व के लिए दांव खेला है। हालांकि पार्टी के भीतर करीब ढाई महीने के बाद अध्यक्ष चुना गया। लेकिन जैसे कयास लग रहे थे कि गांधी परिवार के बाहर से इस बार अध्यक्ष चुना जाएगा। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

पार्टी ने सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को अध्यक्ष चुना है। राहुल गांधी ने गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष चुनने के लिए जो फार्मूला दिया था उसे सीडब्लूडी की बैठक में दरकिनार कर दिया गया। हालांकि नए अध्यक्ष को चुनने में कांग्रेस के पुराने और अनुभवी नेताओं की जीत मानी जा रही है।

कांग्रेस को सोनिया गांधी के तौर पर करीब ढाई महीने बाद नया अध्यक्ष मिल ही गया, भले पार्टी इसे अंतरिम बता रही है। लेकिन पार्टी की कमान फिर गांधी परिवार के पास ही आई है। करीब बीस महीने पहले जब सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को पार्टी का नया अध्यक्ष घोषित किया गया था तब ये माना जा रहा था कि युवा नेतृत्व में अब पार्टी की कमान रहेगी। लेकिन सोनिया के वफादारों ने साफ कर दिया है कि पार्टी में अभी अनुभवी नेताओं को ही तरजीह दी जाएगी।

शनिवार को पार्टी की कार्यसमिति की दो सत्रों में चली बैठक के बाद सोनिया गांधी को सर्वसम्मति से कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया। इस फैसल के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने रात में 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर अध्यक्ष के चयन की जानकारी दी।

कार्यसमिति ने गहन चिंतन-मनन के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन तक सोनिया गांधी को सर्वसम्मति से अंतरिम अध्यक्ष बनाया। फिलहाल कार्यसमिति के इस अनुरोध को सोनिया ने स्वीकार कर लिया है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद 25 मई को राहुल गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन अब करीब ढाई महीने के बाद बगैर अध्यक्ष के चल रही पार्टी को आखिरकार गांधी परिवार से ही नया अध्यक्ष मिल गया है।

सोनिया के नाम है सबसे लंबे समय अध्यक्ष रहने का रिकार्ड

अभी तक सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहने का रिकार्ड सोनिया गांधी के नाम ही है। उन्हें पहले 1998 में पार्टी की कमान दी गई थी और उस वक्त एनडी तिवारी, अर्जुन सिंह जैसे तमाम बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी थी और इसके बाद 2004 से लेकर 2014 तक कांग्रेस की अगुआई में यूपीए की सरकार भी रही। वह 1998 में अध्यक्ष बनीं और 2017 तक वह इस पद पर बनी रहीं।