कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के साथ मथुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा दुर्व्यवहार के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस ने पार्टी के उन नेताओं का निलंबन वापस ले लिया, जिन पर प्रियंका के साथ कथित छेड़छाड़ करने के आरोप थे। इसके बाद टीवी बहसों में पार्टी का सबसे मुखर चेहरा मानी जाने वाली प्रियंका चतुर्वेदी ने कड़ी नराजगी जताई है। 

उन्होंने बाकायदा ट्वीट कर कहा, ‘यह काफी दुखद है कि पार्टी के लिए खून-पसीना बहाने वालों पर कांग्रेस गुंडों को तरजीह दे रही है।’ प्रियंका ने कहा कि पार्टी के लिए आलोचना और गालियां खाईं लेकिन जिन लोगों ने पार्टी के अंदर ही मुझे धमकाया उन्हें बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।  

प्रियंका चतुर्वेदी ने एक पत्रकार के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए यह बात कही। इसमें कांग्रेस के उस नोटिस को अटैच किया गया था जिसमें यह बताया गया कि प्रियंका चतुर्वेदी से दुर्व्यवहार की शिकायत के बाद पार्टी के कुछ नेताओं पर कार्रवाई की गई थी। लेकिन चेतावनी देकर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस ले लिया गया है। 

इस चिट्ठी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मथुरा में जब प्रियंका चतुर्वेदी पार्टी की तरफ से राफेल विमान सौदे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आई थीं, तब स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद सभी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी।

बाद में प्रियंका चतुर्वेदी के साथ बदसलूकी की घटना पर खेद जताते हुए सभी कार्यकर्ताओं को उनके पदों पर बहाल कर दिया गया। चिट्ठी के अनुसार, ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश के बाद इन कार्यकर्ताओं को बहाल किया गया है।

प्रियंका चतुर्वेदी के इस ट्वीट के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे पार्टी छोड़ने वाली हैं? क्या वे कांग्रेस छोड़ भाजपा या किसी और दूसरी पार्टी में शामिल होने जा रही है? हालांकि अभी तक इन सवालों पर प्रियंका की ओर से कुछ नहीं कहा गया है।