पश्चिम बंगाल कांग्रेस कल यानी 6 फरवरी से पूरे राज्य में ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर रही है। पार्टी सारदा चिटफंड और रोज़ वैली घोटाले की जांच जल्द से जल्द नतीजे तक पहुंचाए जाने की मांग करते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगी। 

हालांकि केन्द्र सरकार के खिलाफ ममता बनर्जी और राहुल गांधी एकजुटता दिखा रहे हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ अलग ही दुश्वारियां हैं।

पश्चिम बंगाल की राजनीति में कांग्रेस और टीएमसी एक दूसरे के कट्टर विरोधी हैं।  अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान बंगाल कांग्रेस के नेता निवेशकों के पैसे उन्हें लौटाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। 

पश्चिम बंगाल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर हमारा स्टैंड तृणमूल समेत उन सभी दलों के साथ है जो बीजेपी के खिलाफ हैं, लेकिन राज्य की राजनीति में कांग्रेस टीएमसी और बीजेपी दोनों के खिलाफ लड़ेगी। 

इससे पहले भी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी कई बार ममता बनर्जी के साथ रैलियों में मंच साझा कर चुके हैं। 

जिसे देखते हुए राज्य स्तर पर टीएमसी और कांग्रेस के साथ आने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल कांग्रेस के नेता ऐसी किसी भी संभावना से हमेशा इनकार करते आए हैं।