नई दिल्ली। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के भूमि पूजन से ठीक पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक धमकी भरा विवादित ट्वीट जारी किया है। बोर्ड ने कहा कि बाबरी मस्जिद हमेशा रहेगी और कहा कि स्थिति हमेशा एक जैसी नहीं रहती है। बोर्ड ने सु्प्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुसंख्यक को संतुष्ट करने के लिए ये फैसला दिया गया है।

आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण का भूमि पूजन होना है और इस बीच मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक धमकी भरा ट्वीट जारी किया है। बोर्ड ने लिखा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी और हमेशा एक मस्जिद रहेगी और बहुसंख्यक तुष्टिकरण के आधार पर भूमि का पुनर्निर्धारण करने वाला फैसला इसे बदल नहीं सकता है। मुस्लिमों को इससे उदास होने की जरूरत नहीं है और हालात एक जैसे हमेशा के लिए नहीं रहते हैं।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मोहम्मद वली रहमानी ने कहा, 'बाबरी मस्जिद को कभी भी किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाया गया था।' उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में माना है कि मस्जिद में मूर्तियों को रखना गैरकानूनी था।  वहीं आज अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी भगवान श्रीराम के मंदिर का भूमि पूजन करेंगे और इसके लिए सभी तैयारियां हो गई हैं। अयोध्या को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है। पूरे शहर को दीया, फूल आदि से सजाया गया है। आज सुबह पीएम मोदी पहले लखनऊ पहुंचेंगे और फिर पांच मिनट के बाद अयोध्या के लिए रवाना होंगे। फिलहाल आज अयोध्या में भूमि पूजन की वजह से दीवाली जैसा माहौल है।


गौरतलब है कि करीब 500 साल तक विवादित बाबरी मस्जिद के मामले सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल फैसला सुनाया था और  कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जमीन को रामलला को देने का फैसला सुनाया था और मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन देने का फैसला दिया था। वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी कल कहा था कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी।