यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले, 'ये मुस्लिम लीग के साथ मिलकर लड़ें तो सेक्युलर, हम सबका साथ-सबका विकास कहें तो सांप्रदायिक।'
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पर्चा भरने के बाद राहुल ने वहां एक रोड शो भी किया। इसमें उनकी बहन प्रियंका गांधी मौजूद रहीं। हालांकि उनका यह रोड शो विवादों में घिर गया है। दरअसल, कांग्रेस के रोड शो में केरल में पार्टी की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के झंडे से विवाद खड़ा कर दिया है। आईयूएमएल का झंडा देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले मुस्लिम लीग के झंडे जैसा है। हरे रंग के इस झंडे को रोड शो के दौरान लहराए जाने के वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। खास बात यह है कि कांग्रेस भी राहुल के नामांकन और रोड शो के दौरान आईयूएमएल के झंडों से बचना चाह रही थी। लेकिन इसके बावजूद राहुल के रोड शो में ये झंडे देखे गए।
योगी बोले, 'ये मुस्लिम लीग के साथ लड़ें तो सेक्युलर, हम सबका साथ-सबका विकास कहें तो सांप्रदायिक'
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मुस्लिम लीग के झंडे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'वायनाड में राहुल गांधी ने केरल में अपने खास सहयोगी मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं से मना कर दिया कि अपनी पार्टी का हरा झंडा लेकर रैली में न आएं वरना यूपी का वोटर नाराज होगा। ये मुस्लिम लीग से समझौता कर चुनाव लड़े तो सेक्युलर ? हम 'सबका साथ सबका विकास' करें तो भी सांप्रदायिक ?' इससे पहले, रुड़की में एक रैली में योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'देश के दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारे की जिम्मेदार मुस्लिम लीग और कांग्रेस थी। आज राहुल गांधी वायनाड से नामांकन कर रहे हैं और वहां भी कांग्रेस का मुस्लिम लीग से गठबंधन है। ये देश को कहां ले जाएगा। ये चिंता का विषय है।'
वायनाड में राहुल गांधी जी ने केरल में अपने खास सहयोगी मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं से मना कर दिया कि अपनी पार्टी का हरा झंडा लेकर रैली में न आयें वरना यूपी का वोटर नाराज होगा।
— Chowkidar Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 4, 2019
ये मुस्लिम लीग से समझौता कर चुनाव लड़े तो सेक्युलर ? हम 'सबका साथ सबका विकास' करें तो भी साम्प्रदायिक ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राहुल के मुस्लिम बहुल वायनाड से चुनाव लड़ने पर निशाना साध चुके हैं। पीएम मोदी ने एक रैली में राहुल का भी बिना नाम लिए कहा, 'कुछ लोग हिंदुओं से इतना घबरा गए हैं कि अल्पसंख्यक बहुल सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं, ताकि उन्हें हिंदू बहुल सीट से हार ना झेलनी पड़े।'
इससे पहले, हाल ही में भाजपा में शामिल होने वाले सेना के पूर्व अधिकारी मेजर सुरेंद्र पूनिया ने राहुल के रोड शो में मुस्लिम लीग के झंडे दिखने को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, 'आज जिन्ना की आत्मा कब्र में भी खुश हो रही होगी। 1947 में भारत के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मुस्लिम लीग से बनी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग वायनाड में राहुल गांधी का समर्थन कर रही है। स्मृति ईरानी जी, अगर अमेठी में हुर्रियत होती तो उसका भी समर्थन ले लेते ये लोग।'
Today Jinnah must be laughing from his grave !
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) April 4, 2019
Indian Union Muslim League which was born out of Muslim League(flag bearer of India’s divide in 1947)is supporting Sh Rahul Gandhi in Wayanad@smritiirani जी,अगर अमेठी में हुर्रियत होती तो उसका भी समर्थन ले लेते ये लोग@narendramodi pic.twitter.com/5mp6qOp9R9
कांग्रेस बोली, आईयूएमएल के हरे झंडे से ऐतराज नहीं
उधर, पहले ऐसी खबरें थीं कि कांग्रेस राहुल के कार्यक्रम के दौरान आईयूएमएल के हरे झंडों से बचना चाहती है। इसके बाद पार्टी महासचिव केपीए मजीद को मीडिया में आकर सफाई दी। उन्होंने कहा, 'ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है कि आईयूएमएल के झंडे या सिंबल से बचा जाए। पार्टी की स्थापना के पहले दिन से ही आईयूएमएल गर्व के साथ हरे झंडे का इस्तेमाल कर रही है।'
Last Updated Apr 4, 2019, 7:02 PM IST