पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है और राज्य में महज एक ही दिन में सबसे अधिक कोरोना वायरस से 749 मामले सामने आए हैं। वहीं जिसमें से अकेले 235 नए मामले पटना में ही आए हैं। हालांकि अभी तक पटना राज्य में सबसे प्रभावित कोरोना संक्रमित जिला बना हुआ है।

लिहाजा जिला प्रशासन ने जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 10-16 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन का फैसला किया है। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने इस बारे में बुधवार को आदेश जारी कर दिया है। जिलाधिकारी के नए आदेश के मुताबिक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, राज्य की राजधानी में लॉकडाउन की अवधि के दौरान बाजार, कार्यालय और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां बंद रहेगी।बिहार में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 749 मामले सामने आए। इसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 13274 बढ़कर तक पहुंच गई। वहीं राज्य सरकार ने राज्य की राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सचिवालय के सभी कार्यालयों में आम आदमी की प्रवेश पर रोक लगा दी  है।

वहीं राज्य के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में एक ही दिन मे कोरोना के 749 मामलों में से सबसे अधिक 235 मरीज पटना में मिले हैं। जबक इसके अलावा बेगूसराय में 67, भागलपुर में 50, गोपालगंज में 61, नवादा में 36 और सीवान में 20 लोगों में कोरोना संक्रमण मिला है। बुधवार को राज्य के 37 जिलों में कोरोना संक्रमण के मरीज मिले हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अभी तक 9338 लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से उबर गए हैं जबकि अभी तक 106 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है।  वहीं राज्य के भागलपुर जिले में कोरोना संक्रमण पर लगाम लगान के लिए गुरुवार से चार दिनों का लॉकडाउन लागू किया जा रहा है। जबकि राजधानी में शुक्रवार से 16 जुलाई तक लॉकडाउन लागू किया जाएगा।  

जानकारी के मुताबिक राज्य के  भागलपुर, पटना, किशनगंज और नवादा में कोरोना संक्रमण के कहर को देखते हुए राज्य सरकार के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने फिर से लॉकडाउन कर दिया गया है। इस दौरान आवश्यक सेवा को छोड़कर सभी गतिविधियों पर पूर्णत: रोक रहेगी। उधर डीएम कुमार रवि ने पटना में छह दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत  जिले में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी व निजी कार्यालय, धार्मिक स्थान आदि बंद रहेंगे।