असल में महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में फंसे तीर्थयात्रियों को राज्य में लाया गया था। इसके लिए पंजाब सरकार ने फैसला किया था। सरकार ने न सिर्फ नांदेड़ बल्कि राज्यस्थान समेत अन्य जिलों से प्रवासियों को लाने का फैसला किया था। लेकिन अब यही फैसला सरकार के लिए बड़ी मुश्किल बन गया है।
चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं और इसके लेकर राज्य सरकार परेशान है। राज्य में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जिसके मुताबिक राज्य के कुल मामलों में से 55 फीसदी मामले महाराष्ट्र के नांदेड से जुड़े हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक रविवार को दर्ज किए गए 331 मामलों में से 270 मामलों का नांदेड़ लिंक हैं। असल में महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में फंसे तीर्थयात्रियों को राज्य में लाया गया था। इसके लिए पंजाब सरकार ने फैसला किया था। सरकार ने न सिर्फ नांदेड़ बल्कि राज्यस्थान समेत अन्य जिलों से प्रवासियों को लाने का फैसला किया था। लेकिन अब यही फैसला सरकार के लिए बड़ी मुश्किल बन गया है। दो दिन पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने महाराष्ट्र के सीएम पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था।
राज्य में अभी तक 1,102 मामले दर्ज किए गए हैं इसमें 609 मामले नांदेड़ से जुड़े हैं और ये कुल मामलों का 55.2 फीसदी हैं। वहीं रविवार को राज्य में कोरोना के 331 नए मामलों में से 270 मामले नांदेड़ से जुड़े हुए हैं। राज्य में 4,000 तीर्थयात्री नांदेड़ से लाए गए हैं। हालांकि पंजाब सरकार पर पटलवार करते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि पंजाब से आए ड्राइवरों की वजह से संक्रमण फैला है। जिन तीर्थयात्रियों का टेस्ट नेगेटिव आयात था उन्हें ही जाने दिया गया था। फिलहाल राज्य में बढ़ते मामलों को लेकर सरकार परेशान है और सरकार ने कर्फ्यू को 17 मई तक बढ़ाया है। लेकिन राज्य में कुछ शर्तों के साथ कई प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति राज्य सरकार ने दी है।
Last Updated May 4, 2020, 12:42 PM IST