पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण से हालत बेकाबू हैं और अब राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले 30 हजार पार हो गए हैं और राज्य में कोई भी जिला कोरोना संक्रमण से अछूता नहीं हैं। वहीं राज्य में सरकार ने कोरोना को नियंत्रण में करने के लिए लॉकडाउन लगाया है। लेकिन राज्य में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।

राज्य में कोरोना महामारी कई सरकारी संस्थानों में घुसपैठ कर चुका है और अब राज्य की शीर्ष सहकारी संस्था कम्फेड के मुख्यालय में कोरोना संक्रमण पहुंच चुका है। यहां कर्मचारियों और अफसरों के संक्रमित होने के बाद मुख्यालय को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। वहीं माना जा रहा है कि कम्फेड के मुख्यालय बंद होने के कारण दुग्ध उत्पादन पर असर पड़ सकता है। लिहाजा राज्य सरकार एहतियाती तौर कार्रवाई कर रही है। वहीं राज्य में अब तक 50 से ज्यादा चिकित्सक कोरोना संक्रमित हो गए हैं।

राज्य की राजधानी पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान में कोरोना संक्रमण से तीन चिकित्सकों की मौत हो चुकी है वहीं करीब 50 डॉक्‍टरों के कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं। जबकि राज्य में अब तक चार डॉक्‍टरों की मौत हुई है। एम्स में तीन सिविल सर्जन सहित 30 कोरोना संक्रमित चिकित्सक भर्ती और अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं सारण व नवादा के सिविल सर्जन तथा बिहटा की एक चिकित्सक इलाज करा रही हैं और बताया जा रहा है कि कुछ चिकित्सकों की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं एम्‍स में भर्ती 12 चिकिक्सक स्‍वस्‍थ होकर घर जा चुके हैं।

बिहार में कोरोना के 730 मामले दर्ज

राज्य में पिछले 24 घंटे में 730 नए संक्रमितों की पहचान हुई है और इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30, 066 हो गई है। वहीं पटना में एक ही दिन में कोरोना के 174 मामले सामने आए हैं जबकि अन्य जिलों में भी कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं।