मुंबई। शेयर बाजार में एक बार फिर कोरोना का कहर दिखा। एक महीने के दौरान शेयर बाजार में एक बार फिर लोकर सर्किट लगाना पड़ा। सेंसेक्स में आज बाजार खुलते ही 33 सौ अंकों की गिरावट देखने को मिली वहीं एनएसई मे में 842 अंकों की गिरावट देखने को मिली।  वर्तमान में सेंसेक्स में 3371.52 अंक की गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं निफ्टी अब तक 962 अंक तक टूट चुका है। बाजार में कोरोना के कहर को देखते हुए निचली सर्किट सीमा लगानी पड़ी। हालांकि माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था में में तेजी लाने के लिए बड़े ऐलान कर सकती है।

दुनिया भर में कोरोनोवायरस का कहर देखने को मिल रहा है। कोरोना के कहर से सभी देशों को अर्थव्यवस्था चरमरा गई है और इसका सीधा असर शेयर बाजारों में देखने को मिल रहा है। भारतीय शेयर बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे। आज बाजार खुलने के साथ ही बाजार लाल निशान में खुला और ये तेजी से नीचले स्तर की तरफ बढ़ा।  बाजार खुलते ही सेंसेक्स में 2,718 अंक गिरावट देखते को मिली और ये  27 सौ के स्तर को तोड़ते हुए 26,924.11 पर आ पहुंचा। इसके बाद बाजार में लोकर सर्किट लगाना पड़ा।

इसके साथ ही निफ्टी में भी 842.45 अंकों की गिरावट देखने को मिली। बाजार में सभी शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि भारत में आने वाले दिनों में लॉक डाउन की आशंकाओं के  चलते बाजार में गिरावट आई है। असल में भारत में भी कोरोना वायरस के मामलों में इजाफा हुआ है। कोरोना के बढ़ते असर को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने 75 जिलों को बंद करने का फैसला किया है।

ताकि देश में कोविद -19 केमामलों को फैलने से रोका जा सके। शेयर बाजार के साथ ही कोरोना का असर रुपये में भी देखने को मिला और रूपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 92 पैसे लुढ़ककर 76.12 पर आ गया। वहीं कच्चे तेल के वायदा कारोबार में भी गिरावट देखने को मिली है और ये 26.17 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

प्रोत्साहन के बाद भी लाल निशान में एशियाई बाजार

कोरोना का असर एशिया के बाजार में देखने को मिला है जबकि एशियाई बाजारों में आर्थिक प्रोत्साहन प्रयासों के बावजूद बाजार लाल निशान में है। उधर हांग कांग में हैंग सेंग इंडेक्स 3.7 फीसदी, सिडनी छह फीसदी, शंघाई 2.5 फीसदी और ताइवान 2.8 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।