मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन राज्य में मुंबई वुहान बना हुआ है।  मुंबई में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं। राज्य सरकार फिलहाल राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने में विफल साबित हुई है। वहीं मुंबई का धारावी राज्य में कोरोना का सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है।  धारावी  में कोरोना के मामले 15 के स्तर तक पहुंच गई है।  धारावी में मामलों की संख्या बढ़कर 1,478 हो गई, वहीं शुक्रवार को 53 नए मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही धारावी में मरने वालों की संख्या 57 हो गई।

महाराष्ट्र में मुंबई और मुंबई  में धारावी कोरोना का सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है। पांच लाख की आबादी वाले धारावी में कोरोना तेजी से फैल रहा है। वहीं शुक्रवार को धारावी में कोरोनोवायरस के 53 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद धारावी में कुल संक्रमितों की संख्या1,478 हो गई है। जबकि धारावी में अभी तक कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 57 हो गई।

वहीं अब महाराष्ट्र में शुक्रवा को 2345 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि 64 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। नए  मामले सामने आने के बाद राज्य में मामलों की संख्या 41,642 तक पहुंच गई है और 1,454 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। मुंबई में 1751 नए मामले दर्ज किए हैं और इसके बाद आर्थिक राजधानी में संक्रमितों की संख्या 27068 तक पहुंच गई है।

शुक्रवार को ही  महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2,940 मामले सामने आए हैं और इसके बाद राज्य में मामले बढ़कर 44,582 तक पहुंच गए हैं। वहीं राज्य में अब तक 1,517 लोगों की मौत कोरोना से हुई है और इसमे 909 मौत अकेले मुंबई में हुई हैं। शुक्रवार हो गकी महाराष्ट्र में 63 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। मुंबई में 27 लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया, जबकि पुणे में नौ मौतें हुईं।  इसके साथ ही  जलगांव में आठ, सोलापुर में पांच, वसई-विरार में तीन, औरंगाबाद में तीन, सतारा में दो और मालेगांव, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, पनवेल और नागपुर में एक-एक मौत दर्ज की गई है।

उधर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार ने राज्य के सभी नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत बेड का अधिग्रहण किया है। जबकि शेष 20 प्रतिशत बिस्तरों में अस्पताल अपनी दरों का शुल्क लगा सकते हैं। सरकार का आदेश धर्मार्थ ट्रस्टों और एचएन रिलायंस, लीलावती, ब्रीच कैंडी, जसलोक, बॉम्बे हॉस्पिटल, भाटिया, वॉकहार्ट, नानावती, फोर्टिस, एलएच हीरानंदानी और पीडी हिंदुजा में भी लागू रहेगा। मुंबई में निजी क्षेत्र में लगभग 4,400 अस्पताल हैं।