पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई टिप्पणी महंगा पड़ गया है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने शशि थरूर को नोटिस जारी कर 7 जून को पेश होने का आदेश दिया है। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने शिकायतकर्ता की याचिका पर सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

बता दें कि दिल्ली भाजपा नेता राजीव बब्बर ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने सुनवाई की थी। बब्बर ने अपनी याचिका में कहा है कि शशि थरूर के इस बयान से भाजपा कार्यकर्ताओं आरएसएस कार्यकर्ताओं और प्रधानमंत्री मोदी समर्थको को धक्का लगा है। 

साथ ही कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2014 का लोकसभा चुनाव और कई विधानसभा चुनाव बीजेपी ने जीते है। ज्ञात हो कि पिछले महीने थरूर बेंगलुरु में अपनी नई किताब'द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर' को लेकर बात रहे थे। 

थरूर ने अपनी किताब के बारे में बात करते हुए बातों में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा था कि एक बार आरएसएस के एक अज्ञात व्यक्ति ने पीएम मोदी को एक नई उपमा देते हुए कहा था कि मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह है। जिसे आप न तो अपने हाथों से और न ही चप्पल मारकर हटा सकते है।

शशि थरूर के इस बयान के कुछ ही देर बाद ही बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई थी। वही केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा था कि खुद को शिवभक्त बताने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शशि थरूर के इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए। साथ ही रवि शंकर प्रसाद ने थरूर के इस बयान को भगवान शिव का अपमान बताया है।