नई दिल्ली: ईरान और अमेरिका तथा उसके सहयोगी देशों के बीच खाड़ी क्षेत्र में तनाव के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोमवार को कच्चे तेल के दाम बढ़ गए। तेल की कीमनतों में दो फीसदी से ज्यादा का उछाल देखा गया। 

हाल ही में  ईरान ने एक ब्रिटिश टैंकर को जब्त कर लिया था। इस घटना के बाद खाड़ी क्षेत्र में तनाव बढ़ने लगा था। जिसका सीधा असर कच्चे तेल पर देखा जा रहा है। इसमें तेजी का सिलसिला लगातार तीसरे दिन जारी रहा। 

हालांकि भारत में घरेलू तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई  बदलाव फिलहाल नहीं किया है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के भाव में तकरीबन 2.5 फीसदी तक चढ़ गया है।  

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के सितंबर वायदा अनुबंध में 2.11 फीसदी की तेजी के साथ 63.79 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले ब्रेंट क्रूड का भाव 64.02 डॉलर प्रति बैरल तक उछला। न्यूयार्क मर्केन्टाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अगस्त डिलीवरी अनुबंध में 1.78 फीसदी की तेजी के साथ 56.62 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले डब्ल्यूटीआई का भाव 57.02 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।

इंडियन ऑयल से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में सोमवार को पेट्रोल के दाम पूर्ववत क्रमश: 73.35 रुपये, 75.77 रुपये, 78.96 रुपये और 76.18 रुपये प्रति लीटर बने हुए हैं। इन चारों महानगरों में डीजल के दाम भी पहले की ही तरह  66.24 रुपये, 68.31 रुपये और 69.43 रुपये और 69.96 रुपये प्रति लीटर पर ही हैं। डीजल के दाम लगातार 10 दिनों से स्थिर हैं और पेट्रोल के दामों में भी लगातार चौथे दिन कोई बदलाव नहीं हुआ।