अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। शहर के बाहरी इलाके के दो फ्लैटों में हाइड्रोपोनिक तकनीक से गांजे की खेती चल रही थी। ये फ्लैट एक हाउसिंग सोसाइटी की 15वीं मंजिल पर लिए गए थे। पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। फ्लैट के अंदर खेती के अनूकुल तापमान और आर्द्रता रखी गई थी, उसे कंट्रोल करने के लिए ग्रीन हाउस लगाए गए थे। आरोपियों के खिलाफ NDPS Act के तहत केस दर्ज किया गया है। 

35 हजार रुपये महीने किराए पर लिया था फ्लैट

जानकारी के अनुसार, झारखंड के रवि प्रकाश, विरेन प्रभात और रितिका ने दोनों फ्लैट किराए पर लिए थे। 35 हजार रुपये महीने पर लिए गए फ्लैटों में हाइड्रोपोनिक्स तकनीक से खेती की जा रही थी। इस तकनीक के तहत बिना मिट्टी के पौधों को उगाया जाता है। अच्छी क्वालिटी के गांजे की खेती की जा सके। इसलिए ग्रीन हाउस इफेक्ट का सिस्टम बनाया गया था।

टेम्प्रेचर मेंटेन रखने के लिए सर्किट का यूज

तीनों हाईटेक तरीके से गांजे की खेती कर रहे थे। टेम्प्रेचर मेंटेन रखने के लिए सर्किट भी लगाया गया थ। केमिकल का यूज भी किया जाता था, ताकि पौधों का विकास तेजी से हो। दरअसल, अरेस्ट किए गए आरोपियों में शामिल रवि प्रकाश ने एग्रीकल्चर विषय से पढ़ाई की है। पौधों को पानी देने के लए इलेक्ट्रिक सर्किट लगाया गया था। आरोपियों ने पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए फ्लैट का टेम्प्रेचर 16 से 20 डिग्री तक मेंटेन किया था। 

स्थानीय लोगों को शक हुआ तो खुला मामला

इसका खुलासा तब हुआ, जब स्थानीय लोगों को फ्लैट के लोगों पर शक हुआ। लोगों ने देखा कि फ्लैट में आए दिन पार्सल आ रहे हैं। यह खबर सरखेज पुलिस तक पहुंची। फिर क्या था, पुलिस ने 
छापेमारी करके हाइड्रोपोनिक तरीके से उगाए जा रहे गांजे को बरामद कर लिया। पुलिस को 96 गमले मिलें। जिसमें करीबन 5 सेमी. तक के भांग के पौधे थे। आरोपियों ने फ्लैट को करीबन डेढ़ महीने पहले रेंट पर लिया था। गांजे की खेती का मास्टरमाइंड अभी भी फरार बताया जा रहा है।

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