'माय नेशन' ने सबसे पहले खबर दी थी कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा बनर्जी को कस्टम विभाग ने 16 मार्च को कोलकाता एयरपोर्ट पर कथित तौर पर दो किलोग्राम सोने के साथ पकड़ा था। स्थानीय पुलिस ने कथित तौर पर मामले में हस्तक्षेप किया और रुजीरा को तत्काल रिहा करने की मांग की। अभिषेक इन सभी आरोपों से इनकार कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा बनर्जी के पास से दो किलोग्राम अघोषित सोने की बरामदगी के मामले में कोलकाता कस्टम ने अपनी जांच शुरू करने की तैयारी कर ली है। 16 मार्च को कोलकाता एयरपोर्ट पर रूजीरा के पास से कथित तौर पर इस सोने की बरामदगी हुई थी। विभाग के सूत्रों ने ‘माय नेशन’ को यह जानकारी दी है।
रुजीरा थाई एयरवेज की फ्लाइट संख्या टीजी 313 से बैंकाक से कोलकाता पहुंची थीं। उनके पति अभिषेक डायमंड हार्बर से टीएमसी के सांसद हैं।
कस्टम विभाग के सूत्रों के अनुसार नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में इस संबंध में शिकायत दी गई है। इसमें रूजीरा, उनकी साथी मेनका गंभीर और उनके सामान की जांच करने वाले कस्टम अधिकारियों की कार्रवाई में दखल करने, जांच से रोकने और धमकाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है।
‘माय नेशन’ के पास मौजूद इस शिकायत की प्रति में कहा गया है, ‘विभाग की ओर से गैर-संज्ञेय अपराधों का संज्ञान लेने के लिए उचित अदालत में अपील भी की गई है। इसके साथ ही एक उचित न्यायिक मंच के समक्ष निष्पक्ष जांच के संबंध में अन्य राहत के लिए अनुरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने की बात भी है।’
रूजीरा ने सामान की जांच का विरोध किया
कस्टम की शिकायत के अनुसार, रुजीरा और मेनका को ‘उनकी गतिविधि, प्रोफाइल और सामान की संख्या को देखते हुए जांच के लिए कहा गया था।’ कस्टम के अधिकारियों को उन पर संदेह तब हुआ जब उन्होंने कई बार अनुरोध करने के बाद भी अपना पासपोर्ट दिखाने से इनकार कर दिया। उन्होंने अपने सामान को एक्सरे स्कैनिंग करने के लिए देने का भी विरोध किया।
शिकायत में कहा गया है कि स्कैनिंग के दौरान अधिकारियों को सात में तीन बैग में सोने के जेवर दिखाई दिए। इस पर दोनों ने अपशब्द कहे और कस्टम की महिला जांच अधिकारियों को नतीजे भुगतने की धमकी भी दी। कस्टम अधिकारी उनका सामान खोलना चाहती थीं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि जो सामग्री स्कैनिंग में नजर आ रही है, वह असल में क्या है।
अभिषेक बनर्जी का आरोपों से इनकार
इस बीच, अभिषेक बनर्जी ने अपनी पत्नी पर लगे आरोपों से इनकार किया है। दक्षिण 24 परगना जिले के अमताला में अपने ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर यह सच निकला तो वह राजनीति छोड़ देंगे। राजनीतिक दुर्भावना का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, अगर ऐसा था तो सोना जब्त क्यों नहीं किया गया। क्या ‘चौकीदार’ सो रहा था? उन्होंने इस संबंध में आई मीडिया रिपोर्ट्स को भी आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया। अभिषेक ने दावा किया कि उनकी पत्नी के पास दो ग्राम सोना भी नहीं था।
टीएमसी के सांसद ने दावा किया कि कस्टम के कोलकाता जोन के कमिश्नर ने एक कनिष्ठ अधिकारी को लिखकर उनकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा है। इसका आदेश नई दिल्ली स्थित केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड से आया है। टीएमसी से राजनीतिक तौर पर लड़ने में नाकाम होने के बाद भाजपा उनके परिजनों पर निजी हमले कर रही है।
थाई पासपोर्ट से कर रही थी यात्रा?
शिकायत में यह भी कहा गया है कि दोनों महिलाएं थाई पासपोर्ट से यात्रा कर रही थीं। इनके बियरिंग नंबर क्रमशः AA5663757 और AA5263387 हैं। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बिधान नगर कमिश्नरी के तहत आने वाले एनएससीबीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के स्थानीय पुलिसकर्मी एयरपोर्ट पर पहुंचे और अभिषेक और ममता बनर्जी का नाम लेते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के भतीजे की पत्नी को सामान की जांच किए बगैर तत्काल छोड़ा जाए, ‘अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।’
विभाग का कहना है कि फ्लाइट के आने के कुछ देर बाद एयरपोर्ट से सहायक जनसंपर्क अधिकारी को एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन से फोन कर कहा गया कि अगर रुजीरा को हिरासत में लिया गया है तो उन्हें तत्काल रिहा कर दिया जाए। शिकायत के मुताबिक, ‘पीआरओ कस्टम को एयरपोर्ट में ही स्थित पश्चिम बंगाल पुलिस प्रोटोकाल सेल से भी फोन किया गया। इसमें भी दो महिला यात्रियों को लेकर वही सब बातें कही गईं।’
कस्टम पर बनाया दबाव
शिकायत में यह भी कहा गया है कि कस्टम की जांच के दौरान पुलिस वहां पर मौजूद थी। सभी रुजीरा और उनकी साथी को छोड़ने के लिए लगातार कह रहे थे। उन्होंने कस्टम के अधिकारियों को अपना काम करने से रोका और दबाव बनाने की कोशिश की। विभाग का कहना है कि दोनों महिलाओं के एयरपोर्ट से चले जाने के बाद पुलिस की एक और टीम वहां पहुंची। उन्होंने दोनों महिलाओं और उनके सामान की जांच करने वाले कस्टम अधिकारी का नाम की जानकारी ली। ये टीम सुबह तक एयरपोर्ट पर मौजूद रही। इस दौरान इंटरनेशनल अराइवल हॉल पर बड़ी संख्या में पुलिस का जमावड़ा देखा गया। ऐसी सुनने में भी आया की पुलिस उस अधिकारी को गिरफ्तार करने आई है, जिसने दोनों महिलाओं और उनके सामान की जांच की।
पुलिस ने कहा, वीआईपी की जांच न करें
इससे बाद अगले दिन सुबह 11.30 बजे कस्टम और पुलिस के अधिकारियों की एक मीटिंग हुई। कस्टम विभाग की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इस दौरान पुलिस ने दावा किया कि उन्हें एक महिला की ओर से कुछ कस्टम अधिकारियों के खिलाफ शिकायत मिली है। इस दौरान रुजीरा के सामान की तलाशी लेने वाले तीन अधिकारियों को लेकर ज्यादा पूछताछ की गई। हालांकि पुलिस ने शिकायतकर्ता महिला का नाम नहीं बताया, लेकिन यह जरूर कहा कि यह उसी मामले से जुड़ा है, जिसमें पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
कस्टम विभाग के मुताबिक, पुलिस ने वीआईपी को आसान रास्ता देने के लिए एक साझा एसओपी बनाने का भी प्रस्ताव दिया। इसमें कहा गया कि उन्हें कस्टम की जांच के बिना ग्रीन चैनल से जाने दिया जाए। पुलिस की ओर से कहा गया कि इस तरह की घटना फिर से हुई तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा और कस्टम अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कस्टम ने पुलिस के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
Last Updated Mar 25, 2019, 12:51 AM IST