जानकारी के मुताबिक एहतियात के तौर पर प्रदेश के 30 में से 15 जिलों में एलर्ट जारी किया गया है। खासतौर से तटीय राज्यों में चक्रवात का सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। चक्रवात के कारण तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी। लिहाजा राज्य ओडिशा सरकार ने राज्य के 30 में से 15 जिलों में अलर्ट जारी किया है।
भुवनेश्वर। मौसम की मार एक बार फिर ओडिशा पर पड़ने वाली है। राज्य में एक बार फिर चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि पिछले दिनों राज्य के कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। जिसके कारण राज्य के ज्यादातर जिले प्रभावित हुए और इसमें कई लोगों की मौत हुई। वहीं अब बंगाल की खाड़ी में दबाव बढ़ने के बाद चक्रवात का खतरा है।
जानकारी के मुताबिक एहतियात के तौर पर प्रदेश के 30 में से 15 जिलों में एलर्ट जारी किया गया है। खासतौर से तटीय राज्यों में चक्रवात का सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। चक्रवात के कारण तेज बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी। लिहाजा राज्य ओडिशा सरकार ने राज्य के 30 में से 15 जिलों में अलर्ट जारी किया है। विज्ञान विभाग के मुताबिक दबाव का रूख पश्चिम की ओर बढ़ा है और यह फिलहाल बंगाल की खाड़ी और अंडमान निकोबार सागर में केंद्रित है।
हालांकि अभी ये पारादीप से करीब 9 सौ किलोमीटर दूर है। लेकिन इसका खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि इस चक्रवात के कारण तेज बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी। जिसका सीधा असर जनजीवन पर पड़ेगा। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात के ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना बहुत कम है। लेकिन इसकी तैयारियां पहले की जानी जरूरी है। लिहाजा इसके लिए राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के 30 में से 15 जिलों को एलर्ट कर दिया है।
राज्य के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, गंजाम, पुरी, गजपति, कोरापुट, रायगढ़, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, बौध, नौपाड़ा और मलकानगिरी जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल मछुआरों को सलाह दी गई है कि वो समुद्र में न जाएं। गौरतलब है कि राज्य में मौसम की मार लगातार पड़ रही है। पिछले दिनों राज्य में आई बेमौसमी बारिश के कारण कई लोगों की मौत हुई और कई घरों को नुकसान पहुंचा था।
Last Updated Nov 6, 2019, 3:13 PM IST