उत्तर प्रदेश के देवबंद में स्थित इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम अकसर अपने फरमानों के लिए जाना जाता है। कभी महिलाओं के मेकअप तो कभी शादी बारात में मुस्लिमों के नाचने पर प्रतिबंध लगाने वाले दारूल उलूम ने चुनाव परिणाम से ठीक पहले दुआ मांगने का फरमान सुनाया है। आम तौर पर दालूम कई राजनैतिक दलों के खिलाफ वोट न करने का भी फरमान सुना चुका है।
सहारनपुर के देवबंद में स्थित दारुल उलूम आम तौर पर अपने फतवों और फरमानों के लिए जाना जाता है। इस बार भी उलूम ने अपनी इसी परंपरा को जारी रखते हुए 23 मई को आने वाले चुनाव परिणाम तक सामूहिक दुआओं का आयोजन करने का फरमान सुनाया है। दारुल ने रमजान के महिने में नमाज के बाद सभी मुस्लिमों से दुआ करने को कहा है।
उत्तर प्रदेश के देवबंद में स्थित इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम अकसर अपने फरमानों के लिए जाना जाता है। कभी महिलाओं के मेकअप तो कभी शादी बारात में मुस्लिमों के नाचने पर प्रतिबंध लगाने वाले दारूल उलूम ने चुनाव परिणाम से ठीक पहले दुआ मांगने का फरमान सुनाया है। आम तौर पर दालूम कई राजनैतिक दलों के खिलाफ वोट न करने का भी फरमान सुना चुका है।
दारुल उलूम के वरिष्ठ मुफ्ती महमूद हसन बुलंदशहरी ने सभी मुस्लिमों से देशहित में संसदीय चुनाव के लिए 23 मई को आने वाले चुनाव परिणाम के लिए दुआ मांगने का आदेश दिया है। अब मुफ्ती महमूद की यह अपील सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसके कारण उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि उनकी इस अपील की वहां के उलेमा भी समर्थन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी हुई अपील में मौलाना मुफ्ती महमूद हसन बुलंदशहरी ने कहा कि रमजान का मुबारक महीना चल रहा है और मुस्लिमों के सिर पर तरह-तरह के फितने और आजमाइशें मंडरा रही हैं। लिहाजा वह दुआ करें, जिससे अच्छे परिणाम आ सके।
Last Updated May 21, 2019, 3:43 PM IST