नौसेना बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टरों की कमी का सामना कर रही है। रक्षा मंत्रालय इस महीने के अंत तक ऐसे 24 हेलीकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव पर फैसला ले सकता है। अमेरिका से 14,000 करोड़ रुपये का यह सौदा दोनों सरकारों के बीच होगा। 

नौसेना को अपने पुराने हो रहे सी-किंग हेलीकॉप्टरों के बेड़े को बदलना है। स्पेशल ऑपरेशन और पनडुब्बीरोधी युद्ध के लिए ब्रिटेन से 1980 में इन हेलीकॉप्टरों को खरीदा गया था। सरकार के वरिष्ठ सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया, 'अमेरिका से 24 हेलीकॉप्टर खरीदने के प्रस्ताव पर विचार के लिए अगले हफ्ते रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हो सकती है।' 

नौसेना की ओर से इस प्रस्ताव को पहले भी आगे बढ़ाया गया था लेकिन कुछ कारणों से इस पर विचार नहीं हुआ। नौसेना के लिए यह सौदा काफी अहम है, क्योंकि उसके लिए 16 बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टरों की खरीद का सौदा नौ साल की लंबी प्रक्रिया के बाद भी अंतिम मुकाम तक नहीं पहुंच सका। इस सौदे में शामिल अमेरिकी कंपनी ने अपने कमर्शियल ऑफर को बढ़ाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने सौदे से हाथ खींच लिए।

अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन दो बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर पेश कर सकती है। इनमें एमएच-60 रोमियो और एस-70 ब्रावो शामिल हैं। 

इससे पहले, नौसेना 16 हेलीकॉप्टर खरीदना चाहती थी लेकिन अब उसे 24 हेलीकॉप्टरों की आवश्यकता है। ऑपरेशन का दायरा बढ़ने से नौसेना की जिम्मेदारी बढ़ गई है, लिहाजा उसे ज्यादा हेलीकॉप्टर चाहिए। नौसेना के कुछ अधिकारियों का दावा है कि बल की स्थिति खराब है, क्योंकि वह जिन बहु-उद्देश्यीय हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है, वे काफी पुराने पड़ चुके हैं। यहां तक कि युद्धपोतों का संचालन बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टरों के बगैर किया जा रहा है। नौसेना 123 नेवल मल्टीरोल हेलीकॉप्टर (एनएमआरएच) के लिए अंतरराष्ट्रीय टेंडर जारी करने की योजना भी बना रही है। इससे वह अपने हर युद्धपोत पर एक हेलीकॉप्टर तैनात कर सकेगी। नौसेना के एक अधिकारी का दावा है कि हाल ही में जब अदन की खाड़ी में मार्कोस कमांडो समुद्री लुटेरों के समूह के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे तो उन्हें अपनी कार्रवाई को इस कमी के चलते सीमित करना पड़ा और लुटेरे मौके से भागने में सफल रहे। 

रक्षा मंत्रालय ने 111 उपयोगी हेलीकॉप्टर खरीदने को भी मंजूरी दे दी है। इससे नौसेना की चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों को बदलने की जरूरत पूरी हो सकेगी।