बंगाल बीजेपी के सूत्रों ने माय नेशन को बताया कि रथ यात्रा के साथ जुलूस आगे बढ़ेगा, भले ही कार्यकर्ताओं को कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तारी देनी पड़े। 

उन्होंने यह भी कहा कि अमित शाह की रैली रोकने के अदालत की तरफ से कोई भी आदेश नहीं आया था, इसलिए यह निश्चित रूप से योजनाबद्ध के रूप में कार्यरत होगी।

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने फोन पर माय नेशन से बात करते हुए कहा कि रैली जैसी बात को टीएमसी द्वारा कोर्ट पहुंचना दिखाता है कि वे राज्य में बीजेपी के विकास पर कितना घबरा रहे हैं। इस तरह की रैलियां तो नियमित रूप से हमारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आयोजित की जाती हैं। फिर बीजेपी के द्वारा अपनी रैली आयोजित करना कोई बड़ी बात नहीं है। 

कूचबेहार रथ यात्रा तीनों में से सबसे अहम मानी जा रही है क्योंकि यह यात्रा अगले साल के आम चुनावों से पहले राज्य की दिशा को बदल सकती है। साथ ही यह सभी 42 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कटौती भी करेगा। राज्य सरकार ने अदालत से कहा कि जुलूस "सांप्रदायिक तनाव" का कारण बन जाए इस बात के बाद अनुमति अस्वीकार करने का आदेश आया था। उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ शुक्रवार सुबह आदेश के खिलाफ बीजेपी की अपील सुनेगी। पार्टी फिर से सुप्रीम कोर्ट के पास भी जा सकती है। 


बंगाल के भाजपा उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि हम बेंच डिवीजन के लिए जा रहे हैं। हम न्याय पाने के लिए कुछ भी करेगें। भारतीय संविधान में किसी भी शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन की अनुमति है।

शाह ने भाजपा के लिए अगले साल के राष्ट्रीय चुनावों में राज्य की 40 सीटों में से 22 सीटें प्राप्त करने का का लक्ष्य बनाया है। वर्तमान में बीजेपी के पास पश्चिम बंगाल में आसनसोल और दार्जिलिंग में दो लोकसभा की सीटें हैं।

बंगाल के वकील जनरल किशोर दत्ता ने अदालत से कहा कि राज्य के लिए यह रैली सांप्रदायिक तनाव का कारण बन सकती है। न्यायाधीश द्वारा सांप्रदायिक तनाव की जिम्मेदारी लेने की बात पर  भाजपा के वकील अनिन्द्य मित्र ने कहा कि यह राज्य पुलिस का कर्तव्य है कि वे राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखें। जिसे कोई भी तनाव पनप न पाए।

राज्य में भाजपा ने इस महीने दो अन्य रैलियों की योजना भी बनाई है। पहली 9 दिसंबर को काकद्वीप और दूसरी 14 दिसंबर को बीरभूम जिले के तारापीठ मंदिर से शुरू करने की योजना बनाई है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी राज्य पर प्रभाव डालने के लिए अंतिम आयोजन के रूप में कोलकाता में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगें।