देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में मंगलवार को समान नागरिक संहिता कानून (UCC) का ड्राफ्ट पेश किया गया। ​बिल पेश करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ​इसमें सभी वर्ग और धर्म के लोगों का ध्यान रखा गया है। उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने UCC बिल पेश किया है। 

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने क्या कहा?

UCC बिल को लेकर काफी समय से उत्तराखंड की सियासत में हलचल मची हुई थी। सीएम धामी ने बिल पेश करने से पहले कहा कि UCC को लेकर देश भर की निगाहें उत्तराखंड की ओर हैं। यह कानून महिला उत्थान को मजबूती देगा। लंबे समय से इसका इंतजार किया जा रहा था।

क्या बोलें ओवैसी?

उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने सत्ताधारी दल पर हमला करते हुए कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी यह बिल बीजेपी नेताओं को खुश करने के लिए लाए हैं। दूसरी ओर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी बरसे। उन्होंने बिल को मुसलमानों के खिलाफ साजिश करार दिया। 

संशोधनों की जरुरत होगी तो किया जाएगा

उधर UCC पर बीजेपी विधायक मदन कौशिक का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि किसी को राम मंदिर निर्माण की उम्मीद नहीं थी। वह सपना पूरा हुआ। UCC भी लागू होगा। यदि कुछ संशोधनों की आवश्यकता होगी तो वह किया जाएगा। हालांकि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट बिल प्रवर समिति को देने की मांग की। ताकि विधिक परीक्षण हो सके।

टीएमसी बोली-बंगाल में नहीं करेंगे लागू

टीमएसी के सांसद सौगत रॉय ने UCC कानून पर अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वेस्ट बंगाल में यह कानून लागू नही करेंगे। बीजेपी शासित राज्य UCC कानून लागू कर सकते हैं। 

ये भी पढें-मध्‍य प्रदेश: हरदा की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट, 50 से अधिक घायल-8 की मौत, सड़क किनारे दिखीं डेड बॉडी