प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट के शपथ लेने और विभागों के बंटवारे से पहले जमकर अटकलें लगती रहीं। ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर लोग अपना-अपना अंदाजा लगाते रहे। मीडिया में भी कैबिनेट को लेकर अटकलबाजी का दौर चलता रहा। लेकिन एक शख्स ने पीएम मोदी के इस हैरान करने वाले फैसले के बारे में 20 दिन पहले ही बता दिया था। 

ये शख्स कोई और नहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि अमित शाह देश के अगले गृहमंत्री बनने जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने मतदाताओं को सावधान करते हुए कहा था कि मोदी सरकार फिर से आई तो अमित शाह गृहमंत्री बनेंगे। 

दरअसल, केजरीवाल ने 10 मई को एक ट्वीट किया था, इसमें लिखा था, 'देशवासियों, वोट देते वक्त सोचना। अगर मोदी जी दोबारा आ गए तो अमित शाह गृह मंत्री होंगे। जिस देश का गृह मंत्री अमित शाह हो, उस देश का क्या होगा, ये सोच के वोट डालना।'

पीएम मोदी ने एक चौंकाने वाले फैसले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को देश का नया गृहमंत्री बनाया है। इससे पहले, उनके वित्तमंत्री बनने की अटकलें थीं। पूर्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह देश के नए रक्षा मंत्री बनाए गए हैं। वहीं रक्षा मंत्री रही निर्मला सीतारमण को अरुण जेटली की जगह वित्त मंत्री बनाया गया है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते जेटली इस बार कैबिनेट का हिस्सा नहीं बने।

आम आदमी पार्टी के मुखिया के इस ट्वीट को अब नई सरकार के शपथ ग्रहण और विभागों के बंटवारे के बाद सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव में कड़ी शिकस्त झेलनी पड़ी है। जहां दिल्ली की सभी सात सीटों पर पार्टी हार गई वहीं पंजाब में उसे एक सीट मिली है। पिछले लोकसभा चुनाव में आप को पंजाब में चार सीटें मिली थीं।

दिल्ली में 67 सीटों के साथ धमाकेदार तरीके से सत्ता में आने वाली आम आदमी पार्टी को 2019 के लोकसभा  चुनाव में बड़ी झटका लगा। यहां कांग्रेस एक बार फिर से अपना वोट बैंक वापस लेती नजर आई वहीं आप कई सीटों पर तीसरे नंबर पर रही। यहां तक कि जिन चेहरों को आगे कर पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ रही थी, वे बुरी तरह हारे। 

लोकसभा चुनाव के नतीजों ने दिल्ली में पार्टी के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। पार्टी कई विधानसभाओं में वोट हासिल करने के मामले में पिछड़ी नजर आई। इसके बाद सक्रिय हुए आप नेता अरविंद केजरीवाल ने विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर जनसंपर्क करने को कहा है। उनसे ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचने को कहा गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी पांच सीटों पर तीसरे जबकि शेष दो पर दूसरे स्थान पर रही।