उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर के मर्डर केस में आज दिल्ली क्राइम ब्रांच ने साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। इसमें क्राइम ब्रांच ने रोहित की पत्नी अपूर्वा को मुख्य आरोपी बनाया है। दिलचस्प ये ही इस में सिर्फ अपूर्वा को ही मुख्य आरोपी बनाया गया है जबकि इसमें 56 गवाह हैं। 

रोहित शेखर की अप्रैल में संदिग्ध हालत में मौत हो गयी थी। हाई प्रोफाइल केस होने के कारण दिल्ली पुलिस ने इस मामले को क्राइम ब्रांच को दिया। कई दिनों की तफ्तीश के बाद दिल्ली पुलिस ने रोहित की हत्या में उसकी पत्नी अपूर्वा शुक्ला को गिरफ्तार किया। अपूर्वा ने पूछताछ में कई तरह के बयान दिए। हालांकि पुलिस अपूर्वा का नार्को टेस्ट भी कराना चाहती थी।

लेकिन कानूनी दांवपेंच के कारण उसने अपूर्वा के दिए गए बयान के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार की। रोहित की मां उज्जवला शर्मा भी अपूर्वा पर ही आरोप लगा रही थी। हालांकि अपूर्वा भी एक वकील है। लिहाजा क्राइम ब्रांच से तीन महीने की जांच के बाद आज साकेत कोर्ट में रोहित शेखर हत्या मामले की 518 पेजों की चार्जशीट दाखिल कर दी है।

दिलचस्प ये है कि चार्जशीट में महज पत्नी अपूर्वा शुक्ला को ही मुख्य आरोपी  बनाया गया है। जबकि इसमें 56 गवाहों को भी शामिल किया गया है। क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन को सबूत के तौर पर पेश किया है। क्राइम ब्रांच की पूछताछ में अपूर्वा ने बताया था कि वह अपनी असफल शादी से ऊब चुकी थी।

रोहित के अन्य महिला के साथ भी संबंध थे। लिहाजा वह बच्चा चाहती थी, जबकि रोहित इसके लिए तैयार नहीं था। अपूर्वा ने यहां तक ये भी कहा कि हत्या वाले दिन वह शारीरिक संबंध बनाना चाहती थी। लेकिन रोहित नशे में होने का कारण उसके साथ संबंध नहीं बना पाया। जिसके बाद उसे गुस्सा आ गया।

आखिर दूसरी महिला के बच्चे को क्यों प्रॉपर्टी देना चाहता था रोहित

रोहित शेखर अरबों की प्रॉपर्टी का मालिक है। पिछले साल ही उसने अपूर्वा से शादी की। अपूर्वा से उसकी पहचान फेसबुक से हुई और उसके बाद दोस्ती और फिर शादी की। लेकिन अपूर्वा को शक था कि  रोहित का किसी महिला के साथ नाजायज संबंध हैं। यही नहीं रोहित अपने एक रिश्तेदार के बेटे को अपनी प्रॉपर्टी में हिस्सा देना चाहता था। इसी बात को लेकर भी अपूर्वा और रोहित में कई बार विवाद हुआ था।