लोकसभा चुनाव 2019 में छठवें चरण की वोटिंग जारी है. इस चरण में राजधानी दिल्ली की सात अहम सीटों के लिए मतदान कराया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह सात बजे से वोटिंग चालू है और चुनाव आयोग शाम सात बजे तक वोटिंग प्रक्रिया चालू रखेगी।  

दिल्ली में वोटिंग के लिए बीती रात जहां खास चेकिंग अभियान चलाया हया और मनी पावर और शराब बांटने की प्रक्रिया को रोकने के लिए पहल की गई वहीं सुबह से ही दिल्ली में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए भी राजधानी की सुरक्षा में इजाफा किया गया है।

कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग

राजधानी में चुनाव की सुरक्षा के लिए तैनात दिल्ली पुलिस के इलेक्शन सेल के डीसीपी शरद कुमार सिन्हा के मुताबिक  राजधानी में कुल 13819 पोलिंग बूथ हैं, जिसमें 450 संवेदनशील बूथ हैं और 16 अति संवेदनशील बूथ हैं। सभी बूथों की सुरक्षा के लिए कुल 61 हज़ार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और इसके अलावा 47 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में 1300 होमगार्ड्स की भी तैनाती की गई है।

आचार संहिता लगने यानी 10 मार्च के बाद से सुरक्षा बलों को दिल्ली में 1 लाख 41 हज़ार लीटर अवैध शराब पकड़ी है जिसकी कीमत 3 करोड़ 83 लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने 373 करोड़ रुपये के ड्रग्स के कारोबार का भी पर्दाफाश किया है।

दिल्ली पुलिस ने चुनाव से पहले 694 अवैध हथियार पकड़े और 3026 अवैध कारतूस जब्त की है। आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कुल 46.000 लाइसेंसी हथियार हैं जिसमें 5,026 हथियार चुनाव की आचार संहिता के दौरान जमा कराए गए हैं।

कुछ पोलिंग बूथ पर देर से शुरू हुई वोटिंग

दिल्ली के कुछ इलाकों में सुबह सात बजे वोटिंग प्रक्रिया नहीं शुरू हो सकी। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि रेलवे झुग्गी, शकूरबस्ती  के तीन पोलिंग बूथ पर वोटिंग की प्रक्रिया 50 मिनट की देरी से शुरू हुई। हालांकि इसपर चुनाव आयोग ने देरी का कोई कारण नहीं बताया है। वहीं मयूर विहार फेज वन के पोलिंग बूथ पर भी एक वोटर शशी देवी ने बताया कि उन्हें और उनके बेटे को सुबह सात बजे पहुंचने पर 20 मिनट का इंतजार करना पड़ा। 

दिल्ली में पहले वोट डालने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कांग्रेस नेता अजय माकन, केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन और बीजेपी ईस्ट दिल्ली उम्मीदवार गौतम गंभीर शामिल हैं। राष्ट्रीय राजधानी में कुल 1.43 करोड़ वोटर हैं और चुनावों में 164 उम्मीदवार अपनी किस्तम आजमा रहे हैं। इन उम्मीदवारों में जहां 18 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं वहीं 43 निर्दलीय उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला दिल्ली के वोटर करेंगे।