नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस को आईएसआईएस के आतंकियों (ISIS Terrorist Arrest) की तलाश बड़ी सफलता मिली है। स्पेशल सेल ने ISIS के तीन संदिग्धों को अरेस्ट किया है। अरेस्ट किए गए संदिग्ध आतंकियों शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा, मोहम्मद रिजवान और मोहम्मद अरशद वारसी शामिल हैं। आपको यह भी बता दें कि अरेस्ट किया गया रिजवान वह रिजवान नहीं है, जो एनआईए का 3 लाख का इनामी है।

पुणे ISIS केस में वांटेड था 3 लाख का इनामी शाहनवाज

अरेस्ट किया गया शाहनवाज पेशे से इंजीनियर है। वह दिल्ली और पुणे ISIS मॉड्यूल का ऑपरेटिव है। मोहम्मद रिजवान और मोहम्मद अरशद भी काफी पढ़े-लिखे हैं और ISIS के संदिग्ध आतंकी हैं। NIA को काफी दिनों से पुणे ISIS केस में वांटेड आतंकी शाहनवाज की तलाश थी। NIA ने उस पर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था। झारखंड के रहने वाले मोहम्मद अरशद वारसी ने अलीगढ़ विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थी और दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहा था।
  

पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था शाहनवाज

दिल्ली का रहने वाला शाहनवाज पुणे पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था और दिल्ली में ही छिपा हुआ था। उसकी पत्नी पहले हिंदू थी। उसका धर्म बदलवाया, इस्लाम कबूल कराने के साथ रेडिक्लाइज किया। फिर वह भी शाहनवाज का साथ देने लगी। पुलिस उसे भी ढूंढ़ रही है। बहन भी फरार चल रही है। जानकारी के अनुसार, शाहनवाज नार्थ इंडिया में आतंकी ट्रेनिंग कैंप खोलना चाहता था। उसके लिए कई स्पॉट पर कैंप बनाना चाहता था। दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला ISIS के पुणे माड्यूल के आतंकी रिजवान की पत्नी भी फरार चल रही है। 

रविवार को छापे में नहीं मिला था कोई सुराग

NIA को इनपुट मिला था कि तीनों आतंकी दिल्ली में ही छिपे हुए हैं। रविवार को जांच एजेंसी ने पुलिस के साथ मिलकर कई जगहों पर छापेमारी की। तब उनके हाथ कोई सुराग नहीं लगा था। पिछले महीने एनआईए ने तीन ऐसे आतंकियों पर इनाम घोषित किए थे। जिनका अलग अलग आतंकी घटनाओं में रोल था। मोहम्मद शाहनवाज उन्हीं में से एक था। 

लखनऊ से पकड़ा गया रिजवान

मोहम्मद रिजवान ने आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए 2 लोगों को बाइक भी मुहैया कराई थी। रिजवान को लखनऊ, अरशद को मुरादाबाद और शाहनवाज को जैतपुर से अरेस्ट किया गया। उन्हें 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भी लिया गया है। शाहनवाज के ठिकाने से केमिकल, बम बनाने का लिटरेचर, विस्फोटक और आईईडी बनाने के सामान और पिस्टल बरामद किया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि यह सामान पाकिस्तान से आया था।

जंगलों में रहकर बम विस्फोट का ट्रायल

आरोपियों ने दक्षिण, पश्चिमी और उत्तर भारत में रेकी कर काफी दिन बिताएं। कई सप्ताह जंगलों में रहकर बम विस्फोट का ट्रायल किया। कई जगह ट्रेनिंग कैंप बनाए गए थे और अपने हैंडलर को रिपोर्ट किया करते थे। आंतकियों को कहा गया था कि वह पूरा सामान स्थानीय जगह से हासिल करें। ताकि देश के बाहर बैठे लोगों का नाम उन वारदातों में न आ सके। 

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