उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक बड़ी जनसभा करने जा रहे हैं। हालांकि पिछली बार की तरह इस बार भी पश्चिम बंगाल सरकार ने उनके हेलीकॉप्टर को लैडिंग की अनुमति नहीं दी। इस बार योगी का झारखंड से सड़क मार्ग से पुरुलिया जाने का कार्यक्रम  है।

राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, सीएम योगी विमान से रांची जाएंगे। दोपहर करीब पौने तीन वह रांची से हेलीकॉप्टर से झारखंड व पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित बोकारो पहुंचेंगे। योगी बोकारो से सड़क मार्ग से पुरुलिया जाएंगे। पुरुलिया में वह 3.30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे। रविवार को भी पश्चिम बंगाल में योगी आदित्यनाथ के दो कार्यक्रम होने थे लेकिन ममता सरकार ने हेलीकॉप्टर लैंडिग की इजाजत नहीं दी। इसके चलते योगी ने टेलीफोन के जरिये सभाओं को संबोधित किया था।

बंगाल सरकार हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में बाधक न बने इसके लिए इस बार योगी का हेलीकॉप्टर झारखंड और बंगाल की सीमा स्थित बोकारो के नगेन मोड़ पर उतरेगा। झारखंड में भी भाजपा की सरकार है। वहां तक पहुंचने के बाद अगर बंगाल सरकार ने उनको सभा करने की इजाजत नहीं देती तब भी योगी सुर्खियों में रहेंगे।

तीन फरवरी को योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल के बालुरघाट में एक रैली थी। लेकिन, ममता सरकार ने योगी को इसमें शामिल होने की इजाजत नहीं दी। यहां तक कि उनका हेलीकॉप्टर तक बंगाल में लैंड होने नहीं दिया गया। पश्चिम बंगाल सरकार ने बिना कोई नोटिस दिए रैली की इजाजत खारिज कर दी थी। इसे लेकर तनातनी की स्थिति पैदा हो गई थी। इस बीच योगी आदित्यनाथ ने रैली को फोन से संबोधित किया। 

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भी मालदा में रैली से पहले इजाजत को लेकर विवाद हो गया था। सीएम के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने योगी की रैली को लेकर ममता सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, 'यह यूपी सीएम की लोकप्रियता का असर है कि ममता बनर्जी ने हेलीकॉप्टर लैंड कराने की इजाजत ही नहीं दी।' 

पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता मुकुल रॉय ने भी इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, 'वहां एक नियमित हवाईअड्डा है। वहां हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाजत देने में क्या परेशानी है? पश्चिम बंगाल सरकार का यह गैरलोकतांत्रिक कदम है।'