भारत में लोकसभा चुनाव 2019 की प्रक्रिया जारी है और अबतक के प्रचार में यह चुनाव राजनीतिक दांवपेच से भरा मुकाबला होने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने के लिए राजनीतिक दलों की प्रोपेगेंडा मशीनरी को भी चरम पर काम करता हुआ देख रहा है।

राजधानी दिल्ली स्थित साइबर सिक्योरिटी फर्म की रिपोर्ट का दावा है कि लगभग सभी राजनीतिक दलों की साइबर सेनाएं, रोबोट और ट्रोल व्यवस्था आगामी चुनावों को प्रभावित करने के लिए अपना काम जोरशोर से कर रही हैं। रिपोर्ट का दावा है कि देश के राजनीतिक दलों के अलावा कई विदेशी ताकतें भी भारतीय चुनावों को प्रभावित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं।

सिक्योरिटी और एनालिटिक्स फर्म इनेफू की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय चुनावों के से जुड़ी गतिविधियों से साफ पता चल रहा है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्ष की भूमिका में बैठी कांग्रेस इन चुनावों में प्रमुख दावेदार है और बीजेपी ने फिलहाल कांग्रेस के मुकाबले बढ़त बना रखी है।

रिपोर्ट का दावा है कि उसे भारतीय चुनावों में अन्य देशों की खास रुचि का रुझान साफ देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ देश सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रोपेगेंडा करने में लिप्त हैं। खास बात है कि इन विदेशी ताकतों का प्रोपेगेंडा चुनावों को प्रभावित करने की कवायद में सबसे ज्यादा एक्टिव देखी जा रही हैं।

बड़ी संख्या में बीजेपी सरकार के खिलाफ निगेटिव स्टोरी और फेक सूचना का प्रसार पाकिस्तान से किया जा रहा है। पाकिस्तान के नेता और लोगों को प्रभावित करने वाले कई लोग सोशल मीडिया के जरिए भारत की सरकार के खिलाफ बहस को हवा देने और दिशा देने की कवायद कर रहे हैं।

इस सुरक्षा एजेंसी ने अपनी रिसर्च में पाया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ को भारतीय चुनाव और बीजेपी सरकार के खिलाफ निगेटिव प्रचार-प्रसार में लिप्त देखा जा रहा है।

इतना ही नहीं पाकिस्तान सरकार के नेशनल ब्रॉडकास्टर रेडियो पाकिस्तान को भी इन चुनावों को प्रभावित करने के लिए आंकड़ों पर आधारित प्रोपेगेंडा करते देखा जा रहा है।

 पाकिस्तान के अलावा भारतीय चुनावों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया पर इंग्लैंड, साउदी अरब, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और फ्रांस जैसे देशों की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया गया है। इतना ही नहीं इन देशों के साथ-साथ पड़ोसी देश चीन से भी बड़ी संख्या में भारतीय चुनावों से संबंधित प्रोपेगेंडा पोस्ट किए जा रहे हैं।

इस रिपोर्ट से एक तथ्य खासतौर पर उजागर हो रहा है। भारतीय चुनावों में राष्ट्रविरोधी और सरकार विरोधी पोस्ट के जरिए खालिस्तान और आजाद कश्मीर की मांग करने वाले भी चुनाव को प्रभावित करने की कवायद में जुटे हैं। खालिस्तान और कश्मीर जैसे अलगाववादी गुट एक रणनीति के तहत चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर प्रोपेगेंडा मे लगा हुआ है।

इनेफू लैब ने सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टूल प्रोफेसी इनसाइट में दर्ज किए गए ट्रेंड के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार की है। खासबात है कि यह आंकड़ा ओपन सोर्स में है और इसे कोई भी व्यक्ति देख सकता है।