कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री  ममता बनर्जी एक बार फिर राज्य के राज्यपाल ओपी धनखड़ पर भारी पड़ी हैं। राज्यपाल ने विधानसभा में बजट सत्र की शुरूआत में राज्य सरकार के भाषण को ही पढ़ा। इसमें ममता सरकार ने किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया था। जबकि पहले राज्यपाल ने राज्य सरकार को भाषण बदलने को कहा था।

आज राज्यपाल ने विधानसभा में कहा कि देश में असहिष्णुता, घृणा और कट्टरता फैली हुई है। इस तरह का भाषण राज्य सरकार की तरफ से तैयार किया गया था। इसके साथ ही राज्यपाल सदन में अपने भाषण के खत्म होने के बाद  राज्य की सीएम ममता बनर्जी और विधानसभा अध्यक्ष से मिले थे।

हालांकि कल तक ये समझा रहा था कि भाषण को लेकर राज्यपाल और ममता सरकार में एक बार फिर मतभेद होंगे।क्योंकि राज्यपाल ने राज्य सरकार के लिखे भाषण को वापस कर दिया था और राज्यपाल के अनुसार भाषण तैयार करने को कहा था। लेकिन राज्य सरकार ने राज्यपाल के भाषण में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया। जिसके बाद आज राज्यपाल को राज्य सरकार द्वारा लिखे गए भाषण को ही पढ़ना पड़ा था।

फिलहाल आज राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अभिभाषण में राज्य सरकार की तरफ से लिखी गई बातों को ही पढ़ा। राज्य सरका ने बजट के बजाए केन्द्र सरकार पर तंज कसते हुए भाषण में लिखा था कि आज देश में असहिष्णुता, कट्टरता और घृणा नए मानक बन गए हैं। हालांकि 24 घंटे पहले राज्यपाल ने राज्य सरकार के भाषण पर आपत्ति जताई थी। ये माना जा रहा था कि राज्यपाल राज्य की टीएमसी सरकार के खिलाफ बोलेंगे। लेकिन राज्यपाल ने राज्य सरकार से एक  बार फिर मतभेदों को टाल दिया।

तीन पहले ही राज्य सरकार ने राज्यपाल के लिए सरकारी विमान  के इस्तेमाल की  अनुमति  दी थी। जिसके बाद माना जा रहा था कि राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच संबंध बेहतर हो गए हैं। वहीं आज  राज्यपाल के भाषण से एक बात साफ हो गई है कि राज्य सरकार एक बार फिर राज्यपाल पर भारी पड़ी है।