कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राह पर चल दी हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में गुरुवार और शनिवार को पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। राज्य सरकार का कहना है कि हफ्ते पश्चिम बंगाल में दो दिन पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2,278 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 42,487 हो गई। 

असल में राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और राज्य में स्थिति काफी खराब है। हालांकि राज्य में सबसे पहले केन्द्र सरकार ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए केन्द्रीय टीम भेजी थी। लेकिन उस वक्त राज्य सरकार ने केन्द्रीय टीमों का विरोध किया था और केन्द्रीय टीमों को सहयोग नहीं किया था। जबकि उस वक्त राज्य में काफी कम मामले थे। यही नहीं राज्य सरकार ने राज्य में कोरोना मामलों को रोकने के लिए प्रवासियों को लेकर आने वाली ट्रेनों के राज्य में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था।

लेकिन राज्य सरकार के गलत फैसलों के कारण पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले अब भयावह रूप ले रहे हैं।  लिहाजा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रत्येक हफ्ते गुरुवार और शनिवार को पूर्ण लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। हालांकि पश्चिम बंगाल से पहले उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तराखंड सरकार इस तरह का फैसला ले चुकी है।

जानें क्या रहेगा बंद

राज्य सरकार के इस फैसले के तहत लॉकडाउन के दौरान सभी सरकारी और निजी कार्यालय, सभी गैर आवश्यक गतिविधियां, शादी समारोह, परिवहन, बाजार, औद्योगिक और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। वहीं राज्य सरकार ने राज्य के 63 और इलाकों को कंटेनमेंट जोन की सूची में शामिल किया है और इसके बाद इन क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 739 हो गई है।

पिछले 24 घंटे में सामने आए 2,278 नए मामले

राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2,278 नए मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 42,487 तक पहुंच गई है। जबकि इसी दौरान 36 और मरीजों की मौत कोरोना से हुई है और इसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1,112 तक पहुंच गया।