पटना। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में चुनाव से पहले राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी प्रताप यादव और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर मतभेद उभरने शुरू हो गए हैं। विधानसभा चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी के बागी और तेज प्रताप के ससुर चंद्रिका राय को झटका देने के लिए उनकी भतीजी करिश्मा को शामिल किया। लेकिन तेजस्वी के इस फैसले से तेज प्रताप में नाराजगी देखी जा रही है। तेज प्रताप ने कहा कि करिश्मा को शामिल करने के बारे में उनसे नहीं पूछा गया। जबकि इस बारे में उनकी राय ली जानी चाहिए थी। 

असल में तेजस्वी यादव ने सारण जिले में चंद्रिका राय को घेरने के लिए उनकी भतीजी करिश्मा राय को राजद से जोड़ लिया है। करिश्मा चंद्रिका के बड़े भाई विधानचंद्र राय की बेटी हैं और तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय की चचेरी बड़ी बहन हैं। वहीं करिश्मा एक डाक्टर  हैं। तेजस्वी ने राय परिवार में फूट डालने और चंद्रिका राय के बागी तेवरों को शांत करने के लिए करिश्मा को पार्टी में शामिल किया। लेकिन अब यही उनकी मुश्किलें बढ़ा रहा है। क्योंकि करिश्मा के जीजा और  तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप यादव इस बात को लेकर नाराज हैं।

गौरतलब है कि ऐश्वर्या-तेजप्रताप के तलाक प्रकरण के बाद से दोनों परिवारों के बीच रिश्ते खराब चल रहे हैं और चंद्रिका राय राजद ने बागी तेवर अपनाये हुए हैं। हालांकि ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही जनता दल यूनाइटेड का दामन थाम सकते हैं। वहीं उनकी बेटी और तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय के विधानसभा चुनाव में लालू परिवार के खिलाफ उतरने की चर्चा है।

ऐश्वर्या के लिए कहा जा रहा है कि वह तेजस्वी या तेजप्रताप में से किसी एक के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं। कहा जा रहा है कि विधानचंद्र राय से चंद्रिका राय का रिश्ता खराब चल रहा है। वहीं करिश्मा ने तेजप्रताप को प्यारा नेता बताया और लालू के प्रति समर्पण दिखाया। जबकि करिश्मा ऐश्वर्या की चचेरी बहन है।