भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने शिक्षक दिवस के जरिए राज्य की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने कहा कि राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने वादा किया था कि प्रदेश के अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का वादा किया जाएगा। लेकिन सरकार बने काफी समय हो गया है और राज्य सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर सकती है। जबकि कांग्रेस ने चुनाव के दौरान तीन महीने के भीतर शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था।

राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह ने शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ को चुनावी घोषणा पत्र का वादा याद दिलाया है। दिग्गी राजा ने कमलनाथ को नसीहत दी कि जो वादे पार्टी ने घोषणा पत्र में किए उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। इस घोषणापत्र में अतिथि शिक्षकों को नियमित का वादा किया गया था। लेकिन जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है।

दिग्गी राजा की इस नसीहत से राज्य में कांग्रेस के नेताओं के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। राज्य में कांग्रेस के बीच तीन खेमे बन गए हैं। जिसमें एक खेमा दिग्विजय सिंह का तो दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया और चौथा कमलनाथ है। लिहाजा अभी तक कमलनाथ गुट सब पर हावी है। लिहाजा अब राज्य के दोनों के गुटों के निशाने पर कमलनाथ आ गए हैं।

अपने ट्वीट के जरिए राज्य की कमलनाथ सरकार पर एक तरह से इस बात को लेकर निशाना साधा है। जिसके जरिए उन्होंने सरकार पर अपने वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस को मध्य प्रदेश में सत्ता में आए आठ महीने से ज्यादा का समय गुजर गया है। लेकिन सरकार जनता को किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।

कमलनाथ के मंत्री ने दिग्विजय को बताया था 'ब्लैकमेलर'
कांग्रेस में गुटबाजी को इसी बात से समझा जा सकता है कि कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह को ब्लैकमेलर बताया था। सिंघार का दावा था कि दिग्गी राजा राज्य में पावर सेंटर बनना चाहते हैं। जबकि सिंघार भी दिग्विजय की कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं।