अमरावती। आंध्र प्रदेश की जगन सरकार ने साफ किया है किआ मोटर्स का प्लांट राज्य से बाहर नहीं जाएगा। राज्य सरकार और किआ मोटर्स मिलकर बातचीत कर  रही है। राज्य में दो साल पहले ही किआ मोटर्स का प्लांट शुरू किया गया है। राज्य सरकार ने इसको लेकर चर्चाओं को खारिज किया है।

असल में इस बात की अफवाह चल रही है कि किआ मोटर्स अपने प्लांट को राज्य  से बाहर ले जा सकता है। लिहाजा राज्य सरकार ने इस तरह की अफवाह को खारिज किया है। राज्य सरकार ने कहा कि उनके पास किसी भी तरह की  रिपोर्ट नहीं है जिसके तहत किया अपने प्लांट को आंध्र प्रदेश से बाहर स्थानांतरित की योजना बना रही है। 

आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा कि किआ मोटर्स और राज्य सरकार एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। लिहाजा इसका राज्य से बाहर जाने का कोई मतलब नहीं है। राज्य में पिछले साल किआ मोटर्स ने संयंत्र की शुरूआत की थी। असल में राज्य में कुछ ऐसी अफवाहें उड़ रही हैं कि राज्य सरकार कुछ नीतियों में बदलाव करने जा रही हैं। जो उद्योगों के लिए नुकसानदायक हो सकती है। क्योंकि राज्य में औद्योगिक नीति पूर्व की चंद्रबाबू नायडू सरकार की शासनकाल की थी।

हालांकि अभी तक किआ मोटर्स की तरफ से इस बारे में किसी भी तरह का बयान नहीं आया है। लेकिन राज्य की जगन मोहन सरकार ने साफ किया है कि वह और किआ मोटर्स मिलकर काम कर रही हैं। वहीं जो चर्चा है कि इसके मुताबिक किआ मोटर्स नीति में बदलाव को लेकर चिंताओं के बाद राज्य में अपने 1.1 बिलियन डॉलर के संयंत्र को स्थानांतरित करने की योजना बना रही है।


राज्य में चल रही चर्चाओं के बीच राज्य के उद्योग और निवेश विभाग के विशेष सचिव राजनाथ भार्गव ने कहा कि आंध्र प्रदेश के केआईए और सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। हम इस तरह की खबरों की कड़ी निंदा करते हैं। असल में किआ ने भारत में काम निर्माण के लिए पिछले साल  दिसंबर में दुनिया के पांचवें सबसे बड़े कार बाजार के लिए प्लांट का उद्घाटन किया था। इस प्लांट लगने से राज्य में 12 हजार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लोगों को नौकरी मिली थी।