नई दिल्ली। पाकिस्तान में इमरान खान नियाजी कोरोना बम को अपने विपक्षियों पर इस्तेमाल कर रहे हैं। विपक्षी दर आरोप लगा रहे हैं कि कोरोना इमरान खान के लिए राजनीतिक हथियार बन गया है और वह विपक्षी नेताओं और विरोधियों को कोरोना से संक्रमित करवा चुके हैं। पाकिस्तान में ये चर्चा आम हो रही है। लेकिन इस बात को लेकर विपक्ष ही नहीं आम लोग भी सवा्ल उठा रहे हैं।  पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के प्रमुख शहबाज शरीफ और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी संक्रमित हो गए हैं। हालांकि इससे पहले पाकिस्तान के कई अन्य नेता भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

आखिर क्यों लग रहे हैं आरोप

असल में भ्रष्टाचार के आरोप में शहबाज शरीफ और यूसुफ रजा गिलानी को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने तलब किया था और उनका कहना है कि इसी दौरान वह कोरोना संक्रमण में आए क्योंकि एनएबी के कई अफसर कोरोना से संक्रमित थे। देश में कोरोना संकट के बावजूद उन्हें पेशी में तलब किया गया। उनका कहना है कि ये सब साजिश के तहत किया गया। शहबाज शरीफ का आरोप है कि वे कैंसर के मरीज हैं और प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वह हाई रिस्क पर हैं। इसके बावजूद उन्हें एनएबी ने तलब किया। 

क्या है नियाजी की साजिश

विपक्षी दलों का कहना है कि पूरी दुनिया में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामलों की सुनवाई हो रही है और पाकिस्तान सरकार अपने विरोधियों को तलब कर रही है। जबकि पाकिस्तान की सरकर वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा दे सकती है। उधर शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्हें अगर कुछ होता है तो इसके जिम्मेदारी इमरान नियाजी और एनएबी होंगे।  उन्होंने कहा कि वह कैंसर के मरीज हैं और  69 साल के है। लिहाजा सरकार को कुछ तो ख्याल रखना चाहिए था। लेकिन सरकार कोरोना के जरिए अपने विरोधियों को निपटाने में लगी है।

इन नेताओं को हो चुका है कोरोना

अभी तक पाकिस्तान में पीएमएल-नवाज के अध्यक्ष और राष्ट्रीय संसद में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ और पीटीआई नेता खुर्रम शेर जामन, पूर्व पीएम शाहिद खाकन अब्बासी और रेल मंत्री शेख रशीद कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

खराब हैं पाकिस्तान के हालत

पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.35 लाख से ज्यादा हो गई है और वहीं  2593 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है। वहीं 50 हजार लोग कोरोना की बीमारी से उबर चुके हैं।