बाड़मेर—  मामले को लेकर जब माय नेशन ने बाड़मेर जिला कलक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते से बात की तो उन्होंने पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई का बात कही है।

क्या है मामला 

दरअसल, गढ़रा रोड़ के बंधड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गाँव मे नंदलाल नाम का पटवारी है जो ग्रामीणों के कार्यों के लिए रुपये वसूलता है। पटवारी ग्रामीणों से गिरदावरी के लिए 500 रुपए और 5000 रुपए लेकर फर्जी रिपोर्ट बनाता है। यहां तक की पटवारी ने एक रिपोर्ट मे बाड़मेर जिला कलक्टर को अतिक्रमी बताते हुए संवत 2075 मे खसरा संख्या 140 मे रकबा 656-15 ग्वार की खेती करना बता दिया। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि पटवारी की हिम्मत इतनी कैसे बढ़ सकती है कि वह बाड़मेर के जिला कलेक्टर के नाम से गलत रिपोर्ट बनाकर किसी को दे सकता है? 

ग्रामीणों के आरोपों पर नजर डालें तो ये पटवारी लंबे समय से ग्रामीणों की दिक्कत की वजह बना हुआ है। उनका कहना है कि ग्रामीणों को हर काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है और यह पटवारी किसी भी काम के लिए बिना रिश्वत ग्रामीणों से बात तक नहीं करता। ग्रामीणों ने जब बाड़मेर जिला कलेक्टर के नाम से फर्जी रिपोर्ट बनाना पाया तो इसकी कॉपी लेकर मीडिया कार्यालय पहुंचे। 


मामले की होगी जांच- जिला कलक्टर 


इस मामले के बारे में हमारे प्रतिनिधि ने बाड़मेर जिला कलेक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते से बातचीत की तो उनका कहना था कि यह प्रकरण पूरी तरीके से उनके संज्ञान में आ गया है और इसकी जांच गंभीरता से की जाएगी कि यह बदमाशी किस स्तर पर की गई है। बाड़मेर जिला कलेक्टर के अनुसार ये गंभीर मामला है और इस जमीन, भूमि के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि पटवारी नंदलाल से इस संबंध में उसके मोबाइल नंबर पर बातचीत करने का प्रयास किया गया। लेकिन, फोन रिसीव नहीं करने के कारण बातचीत नहीं हो पाई। 

बाड़मेर से दुर्गसिंह राजपुरोहित की रिपोर्ट