असल में राज्य की कमान फिलहाल कमलनाथ के पास है। पिछले दिनों उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। वहीं लोकसभा चुनाव में सिंधिया को राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर उन्हें राज्य की राजनीति से अलग कर दिया।
भोपाल। कांग्रेस में क्या हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के बगावती तेवरों के बाद क्या मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बागी होने जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सिंधिया मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष का पद चाहते हैं। लिहाजा कहा जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अल्टीमेटम दे दिया है। फिलहाल सिंधिया को अध्यक्ष बनाए जाने के लिए राज्य में उनके समर्थक मुहिम चलाए हुए हैं।
असल में राज्य की कमान फिलहाल कमलनाथ के पास है। पिछले दिनों उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। वहीं लोकसभा चुनाव में सिंधिया को राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर उन्हें राज्य की राजनीति से अलग कर दिया।
सिंधिया और कमलनाथ में अच्छे रिश्ते नहीं है। जबकि चुनाव से पहले सिंधिया राज्य में काफी सक्रिय थे। लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कमलनाथ को राज्य कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बना दिया गया। जब राज्य में कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो सीएम कमलनाथ को बनाया गया।
लिहाजा माना जा रहा है कि सिंधिया पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। क्योंकि उन्हें पार्टी में कोई तवज्जो नहीं मिल रही है। हालांकि कुछ दिन पहले ही सिंधिया को महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार समिति का प्रभारी नियुक्त किया गया है। लेकिन सिंधिया मध्य प्रदेश में ही सक्रिय रहना चाहते हैं और राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त होना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि सोनिया से मिलकर उन्होंने अल्टीरमेटम दे दिया है कि अगर उन्हेंन मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनाया गया, तो वह इस्तीफा दे देंगे और पार्टी भी छोड़ देंगे।
पिछले दिनों सिंधिया ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केन्द्र सरकार की तारीफ की थी। वहीं मध्य प्रदेश सरकार सिंधिया समर्थक और कैबिनेट मंत्री प्रद्धुमन सिंह तोमर राज्य में कांग्रेस के लोगों की भावना है कि सिंधिया जी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाए।
Last Updated Aug 31, 2019, 2:00 PM IST