नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बिंदास व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। वह सोमवार को ब्रिटेन के दौरे पर थे। उनके स्वागत में बकिंघम पैलेस में एक कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी थीं। 

इस कार्यक्रम में ट्रंप ने द्वितीय विश्वयुद्ध के समय ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ की भूमिका सराहना की। लेकिन भाषण खत्म होते ही उन्होंने ऐसी हरकत कर दी। जिसकी वजह से एक अलग तरह का विवाद खड़ा हो गया। 

दरअसल ट्रंप ने महारानी एलिजाबेथ की कमर पर हाथ रख दिया। हालांकि उनका उद्देश्य बुजुर्ग महारानी को सहारा देना मात्र था। लेकिन इस मुद्दे पर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। 

क्योंकि ब्रिटेन में एक अघोषित नियम के मुताबिक कोई भी शख्स महारानी को स्पर्श नहीं कर सकता है। 

शाही परिवार की वेबसाइट के मुताबिक अगर कोई पुरुष महारानी या शाही परिवार के किसी सदस्य से मिलता है तो उसे (केवल) अपनी गर्दन नीचे रखनी चाहिए, वहीं महिला को ‘थोड़ा झुक कर’ अभिवादन करना चाहिए। 

इसके अलावा ट्रंप ब्रिटेन में एक छोटी गलती और कर दी। हालांकि उनकी पत्नी मेलानिया ने मामला संभालने की कोशिश की। 

दरअसल पिछली बार जब ट्रंप ब्रिटिश महारानी से मिलने गए हुए थे तो उन्होंने एक घोड़े की मूर्ति उन्हें उपहार में दी थी। इस बार के दौरे में महारानी ने ट्रंप को वह मूर्ति दिखाते हुए पूछा कि क्या उन्हें इसके बारे में कुछ याद है। 

इसपर ट्रंप उलझन में पड़ गए। दरअसल वह अपने उपहार के बारे में भूल गए थे। ऐसे में उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने मामला संभालते हुए उन्हें याद दिलाया की यह वही घोड़े की मूर्ति है जिसे ट्रंप ने पिछली बार उपहार में दिया था। 

दरअसल ट्रंप की ब्रिटेन यात्रा से पहले ही विवाद शुरु हो गए थे। उन्होंने लंदन के स्टैनस्टेड एयरपोर्ट पर विमान लैंड करने से पहले ही ट्विट करके लंदन के मेयर सादिक खान पर हमला किया। 

ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘लंदन के मेयर के तौर पर बेहद खराब काम करने वाले सादिक खान ब्रिटेन यात्रा पर आ रहे अमेरिका के राष्ट्रपति को लेकर बहुत ही मूर्खतापूर्ण तरीके से दुष्टता कर रहे हैं। वो असंवेदनशील किस्म के विफल व्यक्ति हैं, जिनको लंदन में हो रहे अपराधों पर ध्यान देना चाहिए, मुझ पर नहीं।’ 

दरअसल ट्रंप इस बात से नाराज थे कि पाकिस्तानी मूल के लंदन के मेयर सादिक खान ने हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप को फासीवादी और विभाजनकारी शख्स करार दिया था।