नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सोमवार को बकरीद के मौके पर कश्मीर में रहकर कश्मीरी बिरयानी का तुल्फ उठाएंगे और वहां की आवाम को मुबारकवाद देंगे। डोभाल की अगुवाई में बकरीद के लिए जनता को सामग्री घर-घर पहुंचाने का अभियान चला है।

बकरीद पर आम लोगों की जरूरत का सामान पहुंचाने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन जरूरी सामान वैन के जरिए लोगों के घर घर जाकर पहुंचा रहा है। लेकिन असल परीक्षा कल है जब बकरीद शांति से सम्पन्न हो जाए। इसके लिए डोभाल वहां पर रह कर हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

फिलहाल सोमवार के ईद केंद्र सरकार के लिए बड़ी परीक्षा है। हालांकि शुक्रवार को सब कुछ शांति के साथ निकल गया है। लेकिन सोमवार के बाद 14 अगस्त और 15 अगस्त सभी के लिए असल परीक्षा है। इस बार भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर की सभी पंचायतों तिरंगा फहराने का आदेश दिया है।

कश्मीर में शोपियां, कुलगाम, पुलवामा और अनंतनाग सबसे ज्यादा आतंकवाद प्रभावित जिले हैं। फिलहाल यहां पर शांति देखी जा रही है। लेकिन पाकिस्तान राज्य में आतंक को फिर से खड़ा करने के लिए कई मंसूबे पाले हुए है और सेलेलाइट फोन के जरिए वह कश्मीर में आतंकियों के संपर्क में है। लेकिन इतना तया है कि इस बार आतंकियों को मौत नसीब होगी।

ईद के लिए लगे 300 टेलीफोन बूथ 

कश्मीर में लोगों को अपने करीबियों से बातचीत करने के लिए राज्य में 300 से ज्यादा टेलीफोन बूथ लगाए गए हैं। वहीं राज्य में हालात सामान्य होने के बाद मोबाइल सेवाएं और इंटरनेट की शुरू कर दिए जाएंगे।

देश के विभिन्न जेलों में शिफ्ट किए गए हैं अलगाववादी

जानकारी के मुताबिक कश्मीर के अलगाववादी नेता और पत्थरबाज जो राज्य की विभिन्न जेलों में थे उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में भेज दिया गया है। ताकि कोई परेशानी ये लोग खड़ी न कर सकें। कई लोगों को लखनऊ, आगरा और बरेली की जेलों में स्थानांतरित कर दिया गया है।

घर घर पहुंचा रहे हैं राशन और जरूरी सामान

जम्मू-कश्मीर के सिविल प्रशासन के मुताबिक कश्मीर के 3557 की राशन की दुकानें काम कर रही हैं। सरकारी वैन के जरिए लोगों के घरों तक सब्जियां, एलपीजी, चिकन, अंडे आदि पहुंचाए जा रहे हैं। फिलहाल सरकार की तरफ से इस बात की पूरी तैयारी की है कि कश्मीर की जनता अपना त्योहार बगैर किसी दिक्कत के मनाए।