नई दिल्ली। भारत के खिलाफ पड़ोसी देशों को उकसा रहे चीन ने पाकिस्तान को आर्थिक गुलाम बनाने के बाद अब नया दांव खेला है। चीन ने नेपाल और अफगानिस्‍तान को पाकिस्तान जैसा 'आयरन ब्रदर' बनने के लिए कहा है। जबकि हकीकत ये है कि आज पाकिस्तान एक तरह से चीन का आर्थिक गुलाम हो गया है और दुनिया के कई देशों से अलग थलक पड़ गया है। पाकिस्तान चीन के कर्ज जाल में ऐसा पड़ गया है कि वह चीन के अपनी जमीन लीज पर दे चुका है।


असल मे चीन भारत के खिलाफ रोज नई साजिश कर रहा है। जबकि चीन को भारत की ताकत का एहसास हो गया है और वह अब सीधे भारत पर हमला नहीं कर रहा है। लद्दाख में भारत के साथ उलझने के बाद चीन अपने ही घर में घिर गया है और देश की जनता चीन की सरकार के खिलाफ हो गई है। वहीं भारत के वीर जवानों द्वारा चीन के सैनिकों को मार गिराने के बाद अभी तक चीन ने दबाव में अपने सैनिकों की संख्या को नहीं बताया है। क्योंकि इससे चीन की कमजोर का पता दुनिया के देशों चल जाएगा।

वहीं अब चीन नेपाल, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को अपना हथियार बना रहा है। फिलहाल चीन पाकिस्‍तान के साथ मिलकर नेपाल, अफगानिस्‍तान को साधने में लगा हुआ है और इन देशों को मजबूत बनने की नसीहत दे रहा है। असल में भारत के नेपाल और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद है। इसके जरिए चीन अब कोरोना के जरिए भारत के खिलाफ इन देशों को एकजुट करने की कोशिश में हैं। चीन अफगानिस्‍तान और नेपाल को 'आयरन ब्रदर' पाकिस्‍तान के जैसा बनने को कहा है।

हालांकि अफगानिस्तान पाकिस्तान के साथ किसी भी हाल में नहीं जा सकता है क्योंकि पाकिस्तान आतंकी अफगानिस्तान में रोज हमले कर रहे हैं और पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अफगानिस्तान को अस्थिर करने में लगातार साजिश कर रही हैं। जबकि नेपाल में फिलहाल केपी शर्मा ओली सरकार को चीन बचाने में कामयाब रहा है लेकिन नेपाल की जनता में अपनी सरकार और चीन के खिलाफ लगातार आक्रोश बढ़ रहा है। लिहाजा आने वाले सालों में नेपाल में होने चुनाव में सत्ताधारी पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है।