पुलिस के मुताबिक पार्क निदेशक कार्यालय परिसर से ड्रोन गायब हुआ है और यह ड्रोन पूर्व निदेशक पीके पात्रो के कार्यकाल में पार्क प्रशासन को मिला था। लेकिन अब पार्क क्षेत्र में गश्त के लिए ड्रोन की जरूरत पड़ी तो ड्रोन की खोजबीन की गई
देहरादून। उत्तराखंड के रामनगर में एक अजीबोगरीब मामला पुलिस के सामने आया है। यहां कोतवाली पुलिस में किसी आदमी की नहीं बल्कि ड्रोन के गायब होने की खबर सामने आ रही है और उसके लिए संबंधित अफसरों ने शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अभी तक गायब ड्रोन के बारे में किसी को पता नहीं चला है।
जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली पुलिस ने ड्रोन के गायब होने की रिपोर्ट राजाजी पार्क निदेशक के कार्यालय की तऱफ की है और इस मामले में पुलिस ने गायब ड्रोन के मामले में गुमशुदगी दर्ज की है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के भंडार प्रभारी सुनील कुमार ने तहरीर दी है।
पुलिस के मुताबिक पार्क निदेशक कार्यालय परिसर से ड्रोन गायब हुआ है और यह ड्रोन पूर्व निदेशक पीके पात्रो के कार्यकाल में पार्क प्रशासन को मिला था। लेकिन अब पार्क क्षेत्र में गश्त के लिए ड्रोन की जरूरत पड़ी तो ड्रोन की खोजबीनकी गई। लेकिन उसके बावजूद ड्रोन नहीं मिला तो इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। फिलहाल ड्रोन कब गायब हुआ, इसकी जानकारी किसी के पास के नहीं है। जो जानकारी सामने आ रही है जहां ड्रोन रखा गया था वहां कोई ताले नहीं टूटे हैं। ये भी हो सकता है कि ड्रोन किसी को दिया गया हो और इसकी जानकारी कर्मचारियों और अफसरों से जानकारी ली जाएगी।
उत्तराखंड में हाथियों की गणना के लिए किया गया ड्रोन का इस्तेमाल
उत्तराखंड के वन विभाग ने हाथियों की गणना के लिए इस बार ड्रोन का इस्तेमाल किया था। ताकि हाथियों के बारे में सटिक जानकारी मिल सके। उत्तराखंड पहला राज्य है जहां हाथियों की गणना के लिए इस बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था।
Last Updated Aug 19, 2020, 5:35 PM IST