लखनऊ. उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में सोमवार की रात एक शराबी पिता की उसके दो बेटों व बहन ने मिलकर इस कदर पीटा कि, उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तीन आरोपियों पर केस दर्ज किया है। सभी आरोपी फरार हैं। लेकिन इस प्रकरण में पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। परिजनों की पिटाई से घायल अधेड़ को पुलिस पहले कोतवाली ले गई, जहां कानून कार्रवाई में करीब आधे घंटे लगे। उसके बाद अस्पताल लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। 

ललितपुर कोतवाली इलाके के करगन गांव निवासी 50 वर्षीय सीताराम यादव सोमवार की देर शाम करीब नौ बजे शराब के नशे में घर पहुंचा था। वह घर में हंगामा करते हुए ट्रैक्टर में आग लगाने दौड़ा। यह देख पत्नी मिथलेश ने रोका तो वह उस पर हमलावर हो गया। बहन व बेटे बचाव के लिए दौड़े तो सीताराम ने पुत्र अर्जुन का गला दबाकर मारने की कोशिश की। इस पर मामला बढ़ गया। बहन व उसके दो बेटों ने मिलकर पिता सीताराम की जमकर पिटाई की। जिससे वह घायल हो गया। 

पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। चौकी दैलवारा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रात करीब 11 बजे घायल सीताराम को लेकर कोतवाली गई। जहां सीताराम ने पुलिस को लिखित सूचना दी कि उसके पुत्र अर्जुन, अजित व ग्राम खडोवारा निवासी बहन मिथला ने लाठी डंडों से मारपीट की। जिस से वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने घायल सीता राम को उपचार के लिए रात 11:20 बजे भर्ती कराया गया। जहां 11:50 बजे उपचार के दौरान सीता राम की मौत हो गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। 

पुलिस अधीक्षक कैप्टन एमएम बेग ने कहा कि सीताराम ने कोतवाली में पुत्रों व बहन पर मारपीट करने की एनसीआर रात में दर्ज कराई थी और पुलिस द्वारा घायल सीताराम को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। एनसीआर को हत्या की धाराओं में तब्दील किया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।