कार की तेज रफ्तार के कहर ने दो लोगों की जान ले ली, जबकि दो की हालत नाजुक बनी हुई है। घायलों को डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के वक्त आरोपी नशे में धुत था, उसकी पहचान पश्चिम विहार निवासी 23 वर्षीय देवेश कुमार के रूप में हुई है। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।


दिल्ली पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान 50 साल के नूरा और 48 साल के कृष्ण कुमार दुबे के रूप में हुई है। दो अन्य 55 साल के राम सिंह और 35 साल के मनोज की हालत गंभीर है। हादसे की कॉल रविवार तड़के 4:30 बजे मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो चारों तरफ खून बिखरा पड़ा था। काफी लोग वहां जमा थे। चश्मदीद राम सिंह ने बताया कि वह ईएसआई अस्पताल के सामने फुटपाथ पर मोनू की दुकान के बाहर अपने तीन साथी नूरा, कृष्ण और मनोज के साथ सोते हैं। 


शोर शराबा सुनकर मौके पर इकट्ठा हुए लोगों ने कार चालक को मौके पर ही पकड़ लिया। सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस चारों घायलों को ईएसआई अस्पताल ले गई, जहां नूरा व कृष्ण को मृत घोषित कर दिया गया। राम सिंह ईएसआई अस्पताल में ही भर्ती है, जबकि मनोज को डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया गया।


जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को कार से एक शराब की बोतल बरामद हुई है। आरोपी देवेश से पूछताछ में पता चला कि वो बीसीए करने के बाद गुरुग्राम में आईटी की एक बड़ी फर्म में अच्छे पद पर नौकरी कर रहा है। उसने रात भर दोस्तों के साथ शराब पी थी। पश्चिम विहार में अपने एक दोस्त को ड्रॉप करने के बाद वह वहां से दक्षिण दिल्ली में अपने एक दोस्त के घर जा रहा था। देवेश के पिता रमेशलाल कुमार प्लास्टिक के कारोबारी हैं।