कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी सरकार के बहुमत को लेकर चल रहे सियासी ड्रामे में अब राज्यपाल की भी इंट्री हो गयी है। राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर आज ही विश्वास मत परीक्षण कराने को कहा है। लिहाजा राज्यपाल के पत्र के बाद राज्य की कुमारस्वामी सरकार पर आज ही विश्वासमत का दबाव बन गया है। वहीं कांग्रेस ने राज्यपाल के पत्र पर आपत्ति जताई है।

सुबह से ही कर्नाटक विधानसभा में भाषण चल रहे हैं। हालांकि पहले ही राज्य की कुमारस्वामी सरकार आज विश्वासमत लाने की बात कह चुकी थी। कुमारस्वामी सरकार ने आज विश्वासमत का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष के सामने पेश किया। लेकिन अभी तक बहुमत के लिए फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इसके लिए दबाव बना रही है।

असल में आज विधानसभा में कांग्रेस और जेडीएस के 15 विधायक नहीं बल्कि 19 विधायक गैरमौजूद थे। लिहाजा इस बात को आसानी से समझा जा सकता है कि सरकार के पास सदन में बहुमत नहीं है। उसके बावजूद कुमारस्वामी सरकार विश्वासमत प्रस्ताव लाने के बाद भी मतदान नहीं करा रही है। 


हालांकि कुछ दिन पहले जब कांग्रेस और जेडीएस के 16 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजा था। उस वक्त विधायकों ने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी। लेकिन आज राज्यपाल द्वारा सरकार को आज ही विश्वासमत परीक्षण करने का आदेश देकर उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उधर राज्यपाल के पत्र पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है।

उधर भाजपा के नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वो आज रात 12 बजे तक भी चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन बहुमत आज ही तय होना चाहिए। गौरतलब है कि पिछले दिनों कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस के 16 विधायकों के सामूहिक इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार पर संकट गहरा गया था।