नई दिल्ली। कोरोना संकटकाल में देश की अर्थव्यवस्था मजबूती की तरफ बढ़ रही है और इसके संकेत वाहनों की बिक्री से देखने को मिल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सितंबर महीने में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 9.81 फीसदी बढ़ी है और ये 1,95,665 इकाइयों पर पहुंच गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने आंकड़ों को जारी करते हुए कहा कि उपभोक्ता कोरोना संकटकाल में अब सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपनी निजी गाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके कारण देश में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री इजाफा हुआ है।

असल में देश में कोरोना संकट के बीच पिछले कुछ महीनों में वाहनों की बिक्री पर जबरदस्त असर पड़ा था। क्योंकि देश के आर्थिक हालत ठीक थे। वहीं अब देश में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई है और इसका असर देखने को मिल रही है। देश में औद्योगिक ईकाईयों में काम शुरू हो गया है और अर्थव्यवस्था में तेजी देखने को मिल रही है। फाडा का कहना है कि पिछले साल सितंबर में 1,78,189 यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री हुई थी। ये  आंकड़े 1,461 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों में से 1,254 से मिले हैं और सितंबर 2019 दो पहिया वाहनों की बिक्री 11,63,918 इकाइयों की तुलना में 12.62 फीसद कम होकर सितंबर 2020 में 10,16,977 हुई है।

हाालंकि व्यावसायिक वाहनों की बिक्री में भी गिरावट आयी। पिछले साल सितंबर में 59,683 व्यावसायिक वाहनों की बिक्री हुई थी, जो इस साल सितंबर में 33.65 फीसद कम हुई है। वहीं तिपहिया वाहनों की बिक्री में 58.86 फीसद की  गिरावट देखने को मिली है। हालांकि फाडा का कहना है कि देश  में ट्रैक्टरों की बिक्री में इजाफा हुआ है और जहां सितंबर 2019 में 38,008 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी, वहीं सितंबर 2020 में ट्रैक्टरों की बिक्री बढ़कर 68,564 हो गई है। वहीं सालाना आधार पर 80.39 फीसद अधिक है।