नई दिल्ली।

लश्कर सरगना और आंतकी हाफिज सईद के पैसों से गुरुग्राम में खरीदा गया विला को गुरुग्राम में कुर्क कर दिया गया है। इस विला को एक कश्मीरी व्यापारी जहुर अहमद शाह वटाली ने खरीदा था और भारतीय जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी मिल गयी थी।

वटाली को इस विला को खरीदने के लिए हवाला के जरिए पैसे मिले थे और वह जम्मू कश्मीर में आंतकियों का फाइनेंसर था। अब उसका खरीदा गया विला कुर्क कर दिया गया है। आंतकी हाफिज सईद 2008 के मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है और पाकिस्तान में रह रहा है। वह भारत में आंतकी घटनाओं को फैसला के लिए आंतकियों को हवाला के जरिए पैसा पहुंचाता है। जिसमें उसका साथ कश्मीर कारोबारी देते हैं। इसी की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय को मिली थी।

अब प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम में यह विला सईद के फाइनेंसर कश्मीरी व्यापारी जहुर अहमद शाह वटाली ने खरीदा था। वटाली को एनआईए ने पिछले साल आतंकी संगठनों को फंडिंग मामले में दबोचा था। जानकारी के मुताबिक आंतकी घटनाओं को देश के अन्य हिस्सों में बढ़ाने के लिए दिल्ली के पास गुरुग्राम में इस विला को खरीदा गया था। अब जानकारी मिल रही है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लश्कर सरगना हाफिज सईद से जुड़ी करोड़ों रुपये कीमत का विला गुरुग्राम में कुर्क किया। वटाली ने यह विला फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के पैसों से खरीदा गया था।

यह संगठन पाकिस्तान में सईद चलाता है। जांच में ये भी बात सामने आयी कि विला खरीदने के लिए यह पैसा संयुञ्चत अरब अमीरात से हवाला के जरिए आया। ईडी ने फरवरी में एफआईएफ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इसी केस के तहत गुरुग्राम का विला कुर्क किया गया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए को जानकारी मिली की सितंबर 2018 में सलमान नाम के व्यञ्चित को एफआईएफ से पाकिस्तान में पैसा मिला था। इसी के आधार पर ईडी ने आगे की जांच की। ये पैसा संयुक्त अरब अमीरात गया और वहां से भारत आया।